1 साल में किसने कराई सबसे ज्यादा कमाई? शेयर बाजार, सोना या क्रिप्टोकरेंसी

पिछले एक साल से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. जैसे ही बाजार तेजी पकड़ता दिखता है, कोई न कोई घटना ब्रेकर बनकर रफ्तार रोक देती है. फिर भी, लगातार गिरावट के बावजूद सेंसेक्स ने पिछले एक साल में 5% का रिटर्न दिया है. दूसरी ओर, सोना और क्रिप्टोकरेंसी इस मामले में बहुत आगे निकलते दिख रहे हैं. तो आइए, 20 जून 2024 से 19 जून 2025 तक के आंकड़ों के आधार पर शेयर बाजार, सोना और क्रिप्टोकरेंसी के रिटर्न की तुलना करें. इस अवधि में इन तीनों निवेश विकल्पों में से रिटर्न की इस रेस में कौन सा घोड़ा सबसे आगे रहा.
शेयर बाजार का रिर्टन कितना?
पहले बात करते हैं शेयर बाजार की, जो भारत में सेंसेक्स के जरिए जाना जाता है. सेंसेक्स उन 30 बड़ी कंपनियों का इंडेक्स है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था की नब्ज बताता है. 21 जून 2024 को सेंसेक्स 77,209.90 अंक पर बंद हुआ था. एक साल बाद, 19 जून 2025 को यह 81,361 अंक पर पहुंच गया. अब इसका रिटर्न निकालते हैं-
रिटर्न = (81,361 – 77,209.90) / 77,209.90 × 100% ≈ 5.38%
शेयर बाजार ने पिछले एक साल में करीब 5.38% का रिटर्न दिया. वहीं निफ्टी 50 का रिर्टन भी 5.30% का रहा है. पिछले साल भारतीय अर्थव्यवस्था ने अच्छा प्रदर्शन किया. कंपनियों की कमाई बढ़ी और निवेशकों का भरोसा भी बना रहा. लेकिन, कुछ वैश्विक तनाव, जैसे मध्य पूर्व में उथल-पुथल और ब्याज दरों में बढ़ोतरी ने बाजार को थोड़ा ब्रेक लगाया.
चमकता ही गया सोना
सोना भारत में सिर्फ गहनों का हिस्सा नहीं, बल्कि निवेशकों का भरोसा भी है. पिछले एक साल (20 जून 2024 से 19 जून 2025) में सोने ने 38.62% का रिटर्न देकर निवेशकों को चौंकाया है. शादी-ब्याह और त्योहारों में सोने की चमक तो हमेशा रहती है लेकिन इस बार इसने निवेश के मामले में भी बाजी मारी है. 20 जून 2024 को दिल्ली में 24 कैरेट सोना ₹73,249 प्रति 10 ग्राम था। वहीं 19 जून 2025 को दिल्ली सर्राफा बाजार में यह ₹101,540 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया.
रिटर्न = [(101,540 – 73,249) / 73,249] × 100% ≈ 38.62%
क्यों बढ़ी सोने की कीमत?
पिछले एक साल में सोने की कीमतों में 38.62% की शानदार तेजी देखने को मिली है. इस तेजी के पीछे कई प्रमुख कारण हैं. वैश्विक स्तर पर बढ़ती महंगाई ने कई देशों की मुद्राओं को कमजोर किया, जिससे निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प मानकर उसकी ओर आकर्षित हुए. इसके अलावा, इजराइल-ईरान जैसे भू-राजनीतिक तनावों ने बाजार में अनिश्चितता बढ़ाई, जिससे सोने की मांग और कीमतों में इजाफा हुआ. भारत में शादी और त्योहारों के मौसम में ज्वैलरी की मांग ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई.
क्रिप्टो बना रॉकेट
अब बात करते हैं क्रिप्टोकरेंसी की, जहां बिटकॉइन राजा है. बिटकॉइन की कीमत 19 जून 2024 को 65,000 डॉलर थी, और 19 जून 2025 को यह बढ़कर 104,684.78 डॉलर हो गई. चलिए, रिटर्न देखते हैं:
रिटर्न = (104,684.78 – 65,000) / 65,000 × 100% ≈ 61.05%
पिछले एक साल में बिटकॉइन ने 61.05% का रिटर्न दिया है.. लेकिन, बिटकॉइन ने इतनी बड़ी छलांग कैसे लगाई? इसके पीछे कई कारण हैं. सबसे पहले, पिछले साल कई देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को वैध बनाने की दिशा में कदम उठाए. बड़े-बड़े निवेशक, जैसे बैंक्स और फंड्स, ने बिटकॉइन में पैसा लगाना शुरू किया. दूसरा, अप्रैल 2024 में बिटकॉइन का हैल्विंग इवेंट हुआ, जिससे नए बिटकॉइन की सप्लाई कम हो गई. कम सप्लाई और ज्यादा डिमांड ने कीमत को आसमान छूने में मदद की.