ब्रेकिंग
क्या सच में शंकराचार्य ने कहा है 'संत श्री आशाराम बापू पर बंद हो अत्याचार'? सोशल मीडिया पर वायरल खबर... गुरुग्राम में ‘ब्लैक स्कॉर्पियो गैंग’ का आतंक… बीच सड़क बाइकर को रोका, बेसबॉल से पीटा, तोड़ दी महंगी ब... RJD ने ‘मनोज झा’ फॉर्मूले को किया 8 गुना, दिल्ली में मुखर आवाज से बिहार में इमेज करेक्शन का प्लान? ये मुसलमानों की नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान की लड़ाई- वक्फ के खिलाफ प्रदर्शन में बोले मनोज झा वायुसेना अधिकारी से मारपीट मामले में नया ट्विस्ट, वीडियो में खुद मारते दिखे… उन्हीं पर हो गई FIR ड्रम में कर दूंगा पैक…. पत्नी के प्रेमी ने पति को दी जान से मारने की धमकी मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित क्षेत्र में जाएंगी ममता, मई के पहले हफ्ते में कर सकती हैं दौरा बॉयफ्रेंड की सजा दोस्त को! गर्लफ्रेंड से मिलने आया था, शोर सुनकर भागा तो गांव वालों ने दोस्त से करा ... यूपी में अखिलेश यादव ने क्या छोड़ा ठाकुर वोटों का मोह? बदली रणनीति से कैसी होगी सपा की सोशल इंजीनियर... रिहायशी इलाके में गिरा विमान, विस्फोट के बाद लगी आग, 19 साल के पायलट की मौत
गुजरात

गुजरात: भुज के आसमान में दिखी रहस्यमयी रोशनी, लोग बोले- ये तो एलियन हैं…

गुजरात के कच्छ में भुज के पास रणकांधी इलाके में देर रात एक अजीबोगरीब घटना घटी. इलाके में सुबह 3:12 बजे अचानक एक चमकीला लेसोथो तारा आकाश से नीचे की ओर चमकता हुआ दिखाई दिया. घटना को लेकर स्थानीय लोगों में काफी उत्सुकता थी. वहीं कुछ लोग इसे एलियन बोल रहे थे. हालांकि प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, यह उल्कापिंड घटना हो सकती है, लेकिन सटीक जानकारी के लिए वैज्ञानिक जांच जरूरी है.

स्थानीय लोगों ने इस घटना को फोन में कैद कर लिया है. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. स्थानीय निवासियों के अनुसार रात में आसमान में तेज रोशनी देखी गई और कुछ पलों के लिए पूरा आसमान रोशनी से भर गया. इसके कुछ देर बाद चमकता हुआ लेसोथो धीरे-धीरे पृथ्वी की तरफ बढ़ा और गिर गया, जिसके बाद जोरदार धमाका हुआ.

घटना की जांच खगोलविदों और मौसम विभाग द्वारा की जाएगी. हालांकि इससे पहले भी गुजरात में इस तरह की घटना हो चुकी है. पिछले साल गुजरात के आणंद जिले में हाल ही में आसमान से कुछ रहस्यमयी “गोले” गिरने की घटना हुई, जिन्हें कुछ लोगों ने एलियन से संबंधित बताया था. आणंद जिले के एसपी अजीत रजियान नेबताया था कि धातु का ‘गोला’ किसी उपग्रह का मलबा हो सकता है.

जिले के भालेज, खंभोलाज और रामपुरा इलाके में आसमान से अनजान चीजें गिरी थी. तीनों इलाके एक दूसरे से 15 किलोमीटर के दूरी पर स्थित हैं. ‘गोले’ का वजन लगभग पांच किलो था. इसके अलावा राजस्थान के जालौर जिले के एक गांव बोरली में भी उल्कापिंड गिरने की घटना सामने आ चुकी है.

क्या होता है उल्कापिंड?

उल्कापिंड अंतरिक्ष में मौजूद चट्टान या धातु के टुकड़ों को कहते हैं जो पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते समय जल जाते हैं और पृथ्वी की सतह पर गिर जाते हैं.

Related Articles

Back to top button