March 2023 festival list in Hindi: मार्च का महीना बहुत सारे त्योहारों को अपने साथ लेकर आ रहा है,इसी महीने में ही होली है और इसी महीने में नवरात्रि का त्योहार है। मार्च का महीना न केवल हिंदू धर्म बल्कि मुस्लिमों के लिए भी बहुत खास रहने वाला है। मार्च महीने में एक तरफ होली, चैत्र नवरात्रि और रामनवमी जैसे बड़े व्रत-त्योहार हैं वहीं दूसरी ओर रमजान का महीना भी शुरू होगा। चैत्र नवरात्रि के पहले ही दिन से हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2080 का भी आरंभ होगा और इसके साथ ही शब-ए-बारात, गुड़ी पड़वा एकादशी जैसे पर्व भी पड़ेंगे। इसके अतिरिक्त ग्रह नक्षत्रों की बात करें तो मार्च के महीने मे इन चार ग्रहों का राशि परिवर्तन देखने को मिलेगा। आइए जानते हैं कि मार्च 2023 में कौन-कौन से प्रमुख व्रत त्योहार पड़ रहे हैं।
त्योहार वार दिनांक
आमलकी एकादशी शुक्रवार 03 मार्च
नरसिंह द्वादशी शुक्रवार 03 मार्च
शनि त्रयोदशी, प्रदोष व्रत (शुक्ल) शनिवार 04 मार्च
फाल्गुन चौमासी चौदस रविवार 06 मार्च
छोटी होली, होलिका दहन, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत, लक्ष्मी जयंती, अट्टुकल पोंगल मंगलवार 07 मार्च
चैत्र मास आरंभ, होली धुलंडी, शबे बारात बुधवार 08 मार्च
भाई दूज, भातृ द्वितीया गुरुवार 09 मार्च
छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती शुक्रवार 10 मार्च
संकष्टी चतुर्थी शनिवार 11 मार्च
रंग पंचमी रविवार 12 मार्च
शीतला सप्तमी, कालाष्टमी मंगलवार 14 मार्च
मीन संक्रांति, बसोड़ा बुधवार 15 मार्च
पापमोचिनी एकादशी शनिवार 18 मार्च
प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष) रविवार 19 मार्च
मासिक शिवरात्रि सोमवार 20 मार्च
मंगलवार- चैत्र अमावस्या, दर्श अमावस्या मंगलवार 21 मार्च
चैत्र नवरात्रि आरंभ, गुड़ी पड़वा, झूलेलाल जयंती, चंद्र दर्शन मंगलवार 22 मार्च
चेटी चंड गुरुवार 23 मार्च
गौरी पूजा, मत्स्य जयंती, गणगौर,रमजान आरंभ शुक्रवार 24 मार्च
मासिक कार्तिगाई, लक्ष्मी पंचमी, विनायक चतुर्थी शनिवार 25 मार्च
स्कंद षष्ठी रविवार 26 मार्च
रोहिणी व्रत सोमवार 27 मार्च
नवरात्रि दुर्गा अष्टमी बुधवार 29 मार्च
राम नवमी, नवरात्रि नवमी गुरुवार 30 मार्च
चैत्र नवरात्रि पारण शुक्रवार 31 मार्च
आमलकी एकादशी
यह एक एकादशी होली से ठीक पहले पड़ती है, इसलिए इसे रंगभरी एकादशी कहा जाता है। इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा होती है। ऐसी मान्यता है कि आंवले के वृक्ष में भगवान विष्णु का वास होता है।
होलिका दहन
होलिका दहन को हिंदू धर्म में सबसे बड़ा हवन कहा गया है। इसका धार्मिक और सामाजिक दोनों ही महत्व है। यह त्यौहार भी बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर बनाया जाता है।
भाई दूज
होली के दूसरे दिन भाई दूज मनया जाता है। भाई-बहन का यह पवित्र त्यौहार भाई के माथे पर तिलक लगाकर किया जाता है।
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