ब्रेकिंग
कोई टॉप वकील, कोई इतिहासकार तो कोई रहा विदेश सचिव… कौन-कौन हैं राज्यसभा के लिए मनोनीत 4 सदस्य स्कूल में पढ़ाया-हमले में दोनों पैर गंवाए… जानें कौन हैं राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाले सदानंदन मा... भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की ISS से वापसी का काउंटडाउन शुरू, परिवार में खुशी की लहर, मात... पहाड़ या गुफा नहीं… कुएं के अंदर बना मंदिर, हर रोज होती है अनोखे ढंग से पूजा कांवड़ रूट के ढाबों पर QR कोड जरूरी वाले आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती, 15 जुलाई को होगी सुनवाई मैंने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूला है… मुस्लिम लड़के से इश्क के बाद लड़की ने बनाया वीडियो, खोले ये राज आकर ठीक कर दू्ंगा… बांदा BJP विधायक ने SDM को को धमकाया, जानें क्यों भड़के MLA केस वापस लो… गर्भवती पत्नी नहीं मानी, गुस्से में पति ने उठाया चाकू और कर दिया हमला बिहारः SIR प्रक्रिया के तहत बड़ी संख्या में नेपाली और बांग्लादेशी लोगों के पास से मिले आधार, राशन और... बच्चे के सिर पर तानी पिस्टल, धमकाकर उतरवा लिए सारे गहने, फिर बैग छोड़कर हुए फरार
देश

AN-32 crash: अरुणाचल के दुर्गम इलाके से 17 दिन बाद बचाव दल को सकुशल वापस लाया गया

ईटानगर। AN-32 crash: भारतीय वायुसेना के दुर्घटनाग्रस्त AN-32 विमान के दुर्गम इलाके से खोजी और बचाव दल को एयरलिफ्ट कर वापस लाया गया है। इस अभियान में शामिल सभी सदस्य का स्वास्थ्य ठीक है। ALH और Mi-17V5 हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करके एयरफोर्स के 15, आर्मी के 4 और 3 नागरिकों को वापस लाया गया है।

बता दें कि बचाव दल के सदस्य खराब मौसम की वजह से पिछले 17 दिनों से वहां फंसे हुए थे। खराब मौसम की वजह काफी इस अभियान में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शवों को निकालने गया यह दल 12 जून को 12 हजार फीट की ऊंचाई पर सियांग और शी-योमी जिलों की सीमा पर स्थित दुर्घटनास्थल में बचाव दल को विमान से उतारा गया था।

इससे पहले शिलांग स्थित वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर रत्नाकर सिंह ने शनिवार को कहा कि इस दुर्गम दुर्घटनास्थल से 13 लोगों के शवों और अवशेषों के अलावा विमान का ब्लैक बॉक्स भी बचाव दल ने ढूंढ निकाला था, लेकिन 17 दिनों के बाद भी उन्हें वहां से निकाला नहीं जा सका। बचाव दल अब भी मौसम में सुधार का इंतजार कर रहा है ताकि उन्हें वहां से एयरलिफ्ट किया जा सके। वायुसेना जल्द से जल्द बचाव दल की पर्वतारोही टीम को वापस सुरक्षित निकालना चाहता है। चूंकि यहां मानसून सक्रिय हो चुका है और मौसम साफ नहीं होने के कारण विमानों की उड़ान संभव नहीं हो पा रही है।

3 जून को गायब हुआ था विमान 
इस विमान ने 3 जून को दोपहर 12.25 बजे असम के जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरी थी। इस विमान का दोपहर 1 बजे के बाद से विमान से संपर्क टूट गया। वायुसेना ने इस विमान को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया। इस अभियान के लिए सुखोई 30 एयरक्राफ्ट और सी-130 स्पेशल ऑपरेशन एयरक्राफ्ट को लॉन्च किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना के उप प्रमुख राकेश सिंह भदौरिया से बातचीत की। काफी देर तक जानकारी न मिलने पर सर्च अभियान में थल सेना भी भी जुट गई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button