ब्रेकिंग
18 बार चाकू घोंपा, फिर गला काटा… 10 साल की बच्ची को 14 साल के छात्र ने मारा, क्यों बन गया हैवान? मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के बेटे को ‘वीआईपी ट्रीटमेंट’, प्रोटोकॉल देने वाले निजी सचिव पर गिरी गाज दिल्ली के कैंसर अस्पताल में डॉक्टरों को दी गई पैलिएटिव केयर की ट्रेनिंग, जानिए क्यों है जरूरी यूपी-बिहार की तीन लड़कियों को बनाया बंधक, 30 दिन तक करते रहे रेप, रेड लाइट एरिया में बेचने ही वाले थ... PM मोदी के कार्यक्रम में नहीं पहुंचीं ममता बनर्जी, ‘पुरानी यादों’ पर BJP ने किया पलटवार धराली के बाद अब थराली में तबाही… आधी रात को बादल फटा, भरभरा कर आया मलबा, कई घरों को नुकसान आंधी-तूफान और झमाझम बारिश… दिल्ली में येलो अलर्ट, इन 15 राज्यों में भी बरसेंगे बादल, पहाड़ों पर कैसा... ‘भगवान देगा इसे सजा…’, लाखों के गहने चुराने वाली नौकरानी पर मालकिन को आया तरस, FIR करवाने से किया इन... ‘मैं बच जाता, लेकिन…’, महाराष्ट्र में कर्ज में डूबे किसान ने की आत्महत्या, मरने से पहले रिकॉर्ड किया... सुलझ गया हैदराबाद का सहस्रा मर्डर केस… 10 साल की मासूम ने चोरी करने से रोका, कहीं भंडाफोड़ न हो जाए,...
धार्मिक

मासिक शिवरात्रि पर बन रहे हैं ये 5 शुभ योग, बस एक पूजा से मिलेगा कई गुना फल!

इस साल मासिक शिवरात्रि का पर्व बेहद खास होने वाला है, क्योंकि इस मासिक शिवरात्रि के दिन 5 दुर्लभ और शुभ योगों का महासंयोग बन रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इन योगों में की गई पूजा और व्रत का फल कई गुना बढ़ जाता है. अगर आप भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं, तो इस दिन की गई एक पूजा भी आपके लिए बेहद कल्याणकारी साबित हो सकती है. आइए जानते हैं कौन से हैं ये 5 शुभ योग और इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व.

मासिक शिवरात्रि व्रत कब है ?

पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 21 अगस्त, गुरुवार की दोपहर 12 बजकर 45 मिनिट से शुरू होगी जो 22 अगस्त, शुक्रवार की सुबह 11 बजकर 56 मिनिट तक रहेगी. इसलिए उदया तिथि के अनुसार, ये व्रत 21 अगस्त को ही किया जाएगा.

मासिक शिवरात्रि पर बन रहे हैं ये शुभ योग

शुभ योग: यह योग सभी तरह के शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है. इस योग में किए गए कार्य बिना किसी बाधा के सफल होते हैं.

अमृत सिद्धि योग: अमृत सिद्धि योग में किए गए काम का फल स्थायी और अमृत के समान होता है. इस योग में की गई पूजा का प्रभाव लंबे समय तक रहता है.

अमृत योग: यह योग जीवन में सुख, समृद्धि और सकारात्मकता लाने वाला माना जाता है.

गुरु पुष्य योग: पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा कहा जाता है और जब यह गुरुवार के दिन आता है तो इसे गुरु पुष्य योग कहा जाता है. यह योग धन, समृद्धि और सौभाग्य में वृद्धि करता है.

सर्वार्थ सिद्धि योग: यह योग सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला माना जाता है. इस योग में की गई पूजा और व्रत से व्यक्ति की हर इच्छा पूरी हो सकती है.

शिवरात्रि व्रत की पूजा विधि

मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने के लिए इन सरल चरणों का पालन करें. सुबह जल्दी उठें और स्नान कर साफ कपड़े पहनें. घर के मंदिर की साफ-सफाई करें. भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें. शिवलिंग पर जल और दूध से अभिषेक करें.बेलपत्र, भांग, धतूरा, अक्षत, फूल और चंदन अर्पित करें.शिव चालीसा का पाठ करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें. भगवान शिव की आरती करें और उनसे अपनी मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना करें.

शिवरात्रि व्रत का महत्व

मासिक शिवरात्रि का व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है. यह व्रत हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को किया जाता है. जो भक्त यह व्रत पूरे विधि-विधान से करता है, उसे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है. इसके अलावा, इस व्रत को करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष का मार्ग खुलता है. माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति होती है.

Related Articles

Back to top button