ब्रेकिंग
ईशाकनगर में अयोध्या की तर्ज पर बना भव्य मंदिर, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पहुंचे आयुष मंत्री डॉ. ... मेधा पाटकर को SC से नहीं मिली राहत, दोषसिद्धि को रखा बरकरार, जुर्माने को किया रद्द आजादी के जश्न में खलल डालेगी बारिश! 15 अगस्त पर दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम? दिल्ली में सांसदों में लिए नए फ्लैट्स बनकर तैयार, जानिए क्या है इनकी खासियत? सरकार बनने पर अफसरशाही को पैरों तले कुचला जाएगा… RJD विधायक के बिगड़े बोल संसद से सड़क तक बवाल… बिगड़ी TMC सांसद की तबीयत… हिरासत में राहुल गांधी ने की ऐसे मदद सांसदों को मिले नए फ्लैट्स, नाम- कृष्णा-गोदावरी-कोसी और हुगली, मोदी क्यों बोले- कुछ लोगों को बिहार च... संसद से चुनाव आयोग तक वोटर लिस्ट पर बवाल, राहुल समेत हिरासत में लिए सभी सांसदों कों छोड़ा आवारा कुत्तों से मुक्त हो दिल्ली-NCR… सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला- 8 हफ्तों में सभी को डॉग शेल्टर मे... पंजाब कांग्रेस प्रधान राजा वड़िंग को पुलिस ने किया डिटेन
दिल्ली/NCR

क्या साफ होने लगा है यमुना का पानी, दिल्ली सरकार ने क्या बताया?

पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने शनिवार को बताया कि यमुना नदी के पानी की गुणवत्ता में जुलाई महीने में काफी सुधार हुआ है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) की रिपोर्ट के मुताबिक, जून के मुकाबले जुलाई में यमुना के पानी में प्रदूषण कम हुआ है. यह इशारा करता है कि पानी पहले से साफ और बेहतर हुआ है. मनजिंदर सिंह सिरसा ने यमुना नदी के पानी की गुणवत्ता का श्रेय यमुना की साफ-सफाई के लिए किए जा रहे सरकार के प्रयासों को दिया. उन्होंने कहा कि इस तरह का सुधार कोई अचानक नहीं हुआ या फिर मौसम की वजह से नहीं हुआ, बल्कि ये लगातार मानवीय कोशिशों का नतीजा है.

मंत्री ने कहा कि यमुना नदी की सफाई के लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे. जिनका इस्तेमाल सीवेज उपचार संयंत्रों को सही करने, नालों को और नदी के अंदर अशोधित अपशिष्ट (untreated waste ) को जाने से रोकने के लिए हो रहा है. सरकार के एक बयान के मुताबिक, डीपीसीसी ने पल्ला, वजीराबाद, आईएसबीटी ब्रिज, आईटीओ ब्रिज, निजामुद्दीन ब्रिज और ओखला बैराज समेत आठ निगरानी जगहों से पानी के सैंपल इकट्ठे किए हैं.

जल की गुणवत्ता में तेजी से सुधार

रिपोर्ट के मुताबिक, जैविक प्रदूषण के एक जरूरी संकेतक जैव रासायनिक ऑक्सीजन मांग (बीओडी) में हाल ही में तेजी से गिरावट देखी गई है. आईटीओ ब्रिज पर बीओडी का स्तर जून में जहां 70 मिलीग्राम प्रति लीटर था, वह जुलाई में घटकर केवल 20 मिलीग्राम प्रति लीटर रह गया. इसी तरह, ओखला बैराज पर यह आंकड़ा 46 मिलीग्राम प्रति लीटर से घटकर 8 मिलीग्राम प्रति लीटर तक पहुंच गया है. यह दिखाता है कि जल की गुणवत्ता में तेजी से सुधार हो रहा है.

सरकार के प्रयासों का दिखा असर

जून के महीने में नदी के कुछ हिस्सों में पानी में घुली हुई ऑक्सीजन (डीओ) का स्तर लगभग शून्य तक गिर गया था. हालांकि, पल्ला और वजीराबाद जैसे क्षेत्रों में डीओ स्तर में उल्लेखनीय सुधार देखा गया, जो पानी में बेहतर ऑक्सीजन की उपलब्धता और ऑक्सीजनीकरण प्रक्रिया के सुधरने का संकेत देता है. मनजिंदर सिंह सिरसा ने आगे कहा कि ये नतीजे दिखाते हैं कि हमारा तरीका काम कर रहा है. हम अभी इसका जश्न नहीं मना रहे. दिल्ली में पर्यावरण में सुधार का काम जारी है.

दिल्ली की वायु गुणवत्ता में भी सुधार

जल की गुणवत्ता में आए सुधार को पर्यावरण कार्य योजना 2025 में पर्यावरणीय लाभ से जोड़कर देखा जा रहा है. वहीं दिल्ली में जुलाई के महीने में 31 में से 29 दिनों तक तक वायु गुणवत्ता अच्छी या संतोषजनक रही.

Related Articles

Back to top button