पेट्रोल पंप खोलकर कर सकते हैं मोटी कमाई! जानिए कितना लगेगा निवेश और कैसे मिलेगा लाइसेंस

अगर आप लंबे समय से अपनी नौकरी छोड़कर खुद का कोई स्थिर और मुनाफे वाला कारोबार शुरू करना चाहते हैं, तो पेट्रोल पंप का व्यवसाय आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है. इस बिजनेस की सबसे खास बात यह है कि इसमें घाटे की संभावना बहुत कम होती है, क्योंकि भारत में आज भी पेट्रोल और डीजल की मांग बनी हुई है. भले ही इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा मिल रहा हो लेकिन आज भी देश में चलने वाले 90% वाहन पेट्रोल या डीजल पर ही चलते हैं.
कितना करना होगा निवेश?
पेट्रोल पंप खोलना आसान नहीं है, लेकिन एक बार शुरू हो जाए तो इससे अच्छी कमाई की जा सकती है. इस कारोबार में शुरुआत में काफी बड़ा निवेश करना पड़ता है.
- ग्रामीण इलाकों में पेट्रोल पंप शुरू करने के लिए कम से कम ₹20 लाख का निवेश जरूरी है.
- शहरी इलाकों में यह निवेश ₹50 लाख तक जा सकता है.
इस लागत में लाइसेंस फीस, भूमिगत टैंक, फ्यूल डिस्पेंसर और अन्य बुनियादी ढांचे का खर्च शामिल होता है. अच्छी बात यह है कि इस बिजनेस को शुरू करने के लिए बैंक से ₹2 करोड़ तक का लोन भी लिया जा सकता है.
कितनी जमीन चाहिए और कहां होनी चाहिए?
पेट्रोल पंप खोलने के लिए जमीन का होना बेहद जरूरी है. इसके लिए कुछ तय मानक हैं:
- शहरी क्षेत्रों में आपके पास 800 से 1200 वर्ग मीटर जमीन होनी चाहिए.
- ग्रामीण इलाकों में यह ज़मीन 1200 से 1600 वर्ग मीटर होनी चाहिए.
इसके अलावा यह भी ज़रूरी है कि जमीन किसी मुख्य सड़क या हाइवे पर हो, ताकि वाहनों की आवाजाही लगातार बनी रहे. यदि आपके पास खुद की जमीन नहीं है, तो आप किराए पर ली गई जमीन पर भी पेट्रोल पंप खोल सकते हैं, बशर्ते आपके पास 15 से 25 साल की वैध लीज़ डीड हो.
कौन कर सकता है पेट्रोल पंप का बिजनेस?
पेट्रोल पंप खोलने के लिए कुछ बुनियादी शर्तें हैं.
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए.
- आयु 21 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
- जमीन की रजिस्ट्री या लीज डीड आवश्यक है.
इसके अलावा यह भी जरूरी है कि आवेदक की पृष्ठभूमि वित्तीय रूप से साफ हो और उसके पास आवश्यक दस्तावेजों का संकलन हो.
कैसे मिलेगा लाइसेंस और डीलरशिप?
सरकारी ऑयल कंपनियों से आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होती है, समय लगता है लेकिन रास्ता तय है
पेट्रोल पंप खोलने के लिए आपको किसी सरकारी या निजी ऑयल मार्केटिंग कंपनी (OMC) से डीलरशिप लेनी होगी. इसके लिए भारत में प्रमुख कंपनियां हैं:
- IOCL (इंडियन ऑयल)
- BPCL (भारत पेट्रोलियम)
- HPCL (हिंदुस्तान पेट्रोलियम)
ये कंपनियां समय-समय पर डीलरशिप के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करती हैं. आवेदन करते समय आपको ये दस्तावेज देने होंगे.
- आधार कार्ड, पैन कार्ड
- बैंक स्टेटमेंट
- जमीन के कागजात
- आवेदन पत्र
चयन होने के बाद आपको स्थानीय प्रशासन से NOC, फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट, और नगर निगम से जरूरी अनुमति लेनी होगी. अगर आपकी जमीन कृषि उपयोग की है, तो उसे गैर-कृषि (NA) भूमि में बदलवाना पड़ेगा.
लाइसेंस मिलने के बाद आपको OMC की गाइडलाइंस के अनुसार पेट्रोल पंप का निर्माण कराना होगा. कर्मचारियों की नियुक्ति, टैंक स्थापना, मीटरिंग सिस्टम और सुरक्षा उपकरण लगाना इस चरण में शामिल होता है.
नफा-नुकसान का संतुलन
पेट्रोल पंप का बिजनेस दिखने में जितना आसान लगता है, अंदर से उतना ही मेहनत और ज़िम्मेदारी भरा होता है. हालांकि इसमें घाटे की संभावना कम रहती है, लेकिन लाइसेंस प्रक्रिया लंबी और सख्त है. जो लोग योजना बनाकर, सभी नियमों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ते हैं, उनके लिए यह एक लंबे समय तक चलने वाला मुनाफे वाला कारोबार बन सकता है.