इतिहास से लेंगे सबक या दोहराई जाएगी वही कहानी, उपराष्ट्रपति चुनाव में एकता बनाए रखना INDIA गठबंधन के लिए चुनौती?

देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा, ये अभी भविष्य के गर्भ में है, लेकिन राजनीतिक पार्टियां अपनी रणनीति बनाने में जुट गई हैं. अपनी पिछली गलतियों को न दोहराने के दृढ़ संकल्प के साथ विपक्षी इंडिया गठबंधन जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद चुनाव के लिए एक संयुक्त उम्मीदवार उतारने की योजना बना रहा है. हालांकि कहा जा रहा है कि विपक्ष बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए उम्मीदवार की घोषणा के बाद ही अपने पत्ते खोलेगा.
देश की सत्ता पर साल 2014 में बीजेपी गठबंधन की सरकार काबिज होने के बाद चाहे वह राष्ट्रपति का चुनाव हो या फिर उपराष्ट्रपति का, विपक्षी गठबंधन में दो फाड़ दिखाई दिए हैं. विपक्षी गठबंधन की अगुवाई करने वाली कांग्रेस हमेशा बैकफुट पर नजर आई और उसके गठबंधन के उम्मीदवार को करारी मात मिली. इस बार अभी तक टीएमसी चुप्पी साधे हुए हैं और वह किसी भी तरह की टिप्पणी करने से बचती नजर आ रही है.