ब्रेकिंग
वन्य प्राणी मौतों पर WWF की चुप्पी और जिम्मेदारियों पर सवाल एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, मस्कट से मुंबई आ रहा था विमान पाइप-नल पहनकर बिहार विधानसभा पहुंचे RJD विधायक, क्यों किया ऐसा विरोध-प्रदर्शन? कारगिल विजय दिवस के 26 साल… वीरगाथा से ऑपरेशन सिंदूर तक भारत का नया शौर्यपथ ऑपरेशन सिंदूर पर सोमवार को लोकसभा में राजनाथ करेंगे चर्चा की शुरुआत, 16 घंटे होगी बहस हजारों मील दूर के मुद्दों की जगह अपने देश पर ध्यान दें… गाजा नरसंहार मामले पर CPI-M को बॉम्बे हाईकोर... गजब! 90000 में खरीद कर लाया दुल्हन, 2 रही दूल्हे के साथ; तीसरे दिन जेवर-कैश लेकर फरार Bihar SIR: अब तक 99.86% वोटर किए गए कवर, 7.23 करोड़ मतदाताओं ने एसआईआर में जताया भरोसा: चुनाव आयोग लालू के परिवार में ‘गृहयुद्ध’ का आगाज! तेज प्रताप ने RJD और परिवार के लोगों को X पर किया अनफॉलो नेताओं की नमाज से राजनीति के केंद्र तक..दिल्ली की संसद वाली मस्जिद का इतिहास
सिवनी

गणेशोत्सव की तैयारी शुरू, धर्मशाला में बन रही हैं गणेश मूर्तियां

राष्ट्र चंडिका न्यूज़ ,सिवनी, सिवनी जिला अब से कुछ महीनों बाद आने वाले गणेश चतुर्थी के पावन पर्व की तैयारियों में अभी से जुट गया है। शहर की मुख्य धर्मशाला इन दिनों भगवान गणेश की प्रतिमाओं के निर्माण का केंद्र बन गई है, जहाँ कुशल कारीगरों के हाथ मिट्टी को आकार देकर विघ्नहर्ता की सुंदर प्रतिमाओं में बदल रहे हैं। यह दृश्य स्पष्ट संकेत दे रहा है कि शहर में त्योहार की रौनक जल्द ही अपने पूरे शबाब पर होगी।
कारीगरों ने छोटी-बड़ी, हर आकार की मूर्तियां बनाना शुरू कर दिया है, ताकि हर भक्त की श्रद्धा और आवश्यकता पूरी हो सके। परंपरागत रूप से, घरों में स्थापित करने के लिए छोटी और मध्यम आकार की मनमोहक गणेश प्रतिमाएं तैयार की जा रही हैं, जो परिवारों में भक्ति और उल्लास का संचार करेंगी। वहीं, सार्वजनिक पंडालों और बड़े आयोजनों के लिए विशालकाय और भव्य प्रतिमाओं का निर्माण जोरों पर है। इन बड़ी मूर्तियों में कलात्मकता और भव्यता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, ताकि वे भक्तों और दर्शनार्थियों को अपनी ओर आकर्षित कर सकें।
मूर्तियों की कीमतें उनके आकार, निर्माण में प्रयुक्त सामग्री (जैसे मिट्टी, प्लास्टर ऑफ पेरिस, रंग आदि), और कलात्मक बारीकियों के आधार पर तय की जाएंगी। जैसे-जैसे गणेश चतुर्थी नजदीक आएगी, इन मूर्तियों की बिक्री के लिए शहर में विशेष बाजार और स्टॉल सजेंगे। ये बाजार न केवल भक्तों को अपनी पसंदीदा प्रतिमा चुनने का अवसर देंगे, बल्कि कारीगरों और छोटे व्यापारियों के लिए भी आजीविका का महत्वपूर्ण साधन बनेंगे।
वर्तमान में, कारीगर अपनी कला और कौशल से इन प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं। वे प्रतिमाओं को सूखने, रंगने और सजाने के काम में लगे हैं, ताकि गणेश चतुर्थी से बहुत पहले ही सभी मूर्तियां भक्तों के लिए पूरी तरह से तैयार हो सकें। सिवनी में गणेश चतुर्थी का यह प्रारंभिक उत्साह शहर में एक सकारात्मक और आध्यात्मिक माहौल बना रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button