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मध्यप्रदेश

राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर गौ वंश की समस्या: मंत्री का बयान और धरातल की हकीकत

राष्ट्र चंडिका न्यूज़,नरसिंहपुर,(अमर नौरिया) छिंदवाड़ा, नागपुर (राष्ट्रीय राजमार्ग 44): कुछ समय पूर्व, मध्यप्रदेश सरकार के एक मंत्री ने यह बयान दिया था कि अब राज्य की सड़कों पर गौ वंश (पशु) नहीं दिखेंगे। इस बयान का उद्देश्य सड़कों को सुरक्षित बनाना और मवेशियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना था। हालांकि, राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और नागपुर के बीच की स्थिति इस दावे की जमीनी हकीकत पर सवाल खड़े करती है।
आज भी, इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग के विभिन्न हिस्सों पर गौ वंश खुलेआम घूमते हुए देखे जा सकते हैं। ये पशु अक्सर सड़क के बीचो-बीच या किनारे पर बैठे रहते हैं, जिससे तीव्र गति से आ रहे वाहनों के लिए खतरा पैदा होता है। विशेष रूप से रात के समय, कम दृश्यता के कारण इन पशुओं से टकराने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं और जनहानि भी हो सकती है।
मंत्री जी का बयान निश्चित रूप से एक सकारात्मक पहल थी, जिसका उद्देश्य सड़कों पर सुरक्षा बढ़ाना था। परंतु, धरातल पर इस बयान को पूरी तरह से लागू करने में अभी भी चुनौतियाँ बनी हुई हैं। स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों को इस दिशा में और अधिक सक्रियता दिखानी होगी ताकि सड़कों से आवारा गौ वंश को हटाकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके। केवल तभी सड़कों को वास्तव में “गौ वंश मुक्त” बनाया जा सकेगा और यात्रियों के लिए एक सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की जा सकेगी।

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