मध्यप्रदेश
स्कूल नहीं, संकटशाला! जर्जर इमारत की दरारों में फंसा बच्चों का भविष्य

मध्य प्रदेश में शिक्षा अब सिर्फ किताबों में ही बची है. यहां बच्चे आसमान के नीचे बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं. हालांकि सरकारी दावे हर साल आते हैं, लेकिन हकीकत हर बार आंखें नम कर देती है.
बता दें कि मध्य प्रदेश में कुल सरकारी स्कूलों की संख्या 88 हजार 269 है. वहीं सरकार ने 2024-25 के शिक्षा बजट में 23 हजार 40 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था. हालांकि जर्जर स्कूलों की संख्या करीब 7,000 है.