सिवनी
सिवनी नगर पालिका में जन्म-मृत्यु पंजीयन को लेकर जनता परेशान, हजारों आवेदन लंबित

राष्ट्र चंडिका न्यूज़, सिवनी, नगर पालिका परिषद में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्रों के पंजीयन को लेकर नगर की जनता भारी परेशानी का सामना कर रही है। शहीद वार्ड के पार्षद जोएब जकी अनवर ने प्रेस को जारी जानकारी में बताया कि लगभग 2,000 जन्म-मृत्यु पंजीयन आवेदन महीनों से लंबित पड़े हैं। इसी तरह नाम सुधारने और डिजिटल जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के भी अनेक मामले अटके हुए हैं।
पार्षद अनवर के अनुसार, कभी पोर्टल काम नहीं करता तो कभी इंटरनेट बंद हो जाता है, जिससे लोगों के काम में बाधा आ रही है। स्कूल में प्रवेश का समय होने के कारण बच्चों के माता-पिता नगर पालिका के चक्कर लगाकर परेशान हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को तो बार-बार नगर पालिका आना पड़ता है, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई है।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी के नए आदेश से बढ़ी समस्या
मामले को और जटिल बनाते हुए, मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा एक नया आदेश जारी किया गया है, जिसके तहत जन्म-मृत्यु पंजीयन के आवेदनों पर “नोट शीट” चलाई जाएगी। इस नोट शीट को 2-3 बाबुओं की मेज से होकर गुजरना होगा, जिससे प्रमाण पत्र बनाने में और अधिक समय लगेगा। पार्षद अनवर ने कहा कि नगर पालिका को इस तरह के कार्यों को सरल बनाना चाहिए ताकि लोगों के काम आसानी से हो सकें, जबकि पहले नोट शीट चलाने की कोई प्रक्रिया नहीं थी।
कार्यकारी अध्यक्ष पर भी सवाल
जोएब जकी अनवर ने आरोप लगाया कि ऐसा प्रतीत होता है कि नगर पालिका के कार्यकारी अध्यक्ष ज्ञानचंद सनोडिया सिवनी के लोगों को उसी तरह परेशान देखना चाहते हैं, जिस तरह उन्होंने निर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान को परेशान किया था। उन्होंने कहा कि केंद्र से लेकर राज्य तक, सांसद से लेकर विधायक तक, परिषद में भाजपा का बहुमत होने के बावजूद, मुख्य नगर पालिका अधिकारी ऐसे फरमान जारी करते हैं जो नगर की जनता के लिए परेशानी का कारण बनते हैं। पार्षद अनवर का दावा है कि ज्ञानचंद सनोडिया इन सब आदेशों को मूक दर्शक बनकर देखते रहते हैं और उन्हें नगर की जनता की परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है। उनकी चिंता केवल सिवनी नगर पालिका में बड़े भुगतान कब होंगे, इसी बात पर लगी रहती है।
पार्षद अनवर ने बताया कि ज्ञानचंद सनोडिया के कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद नगर के लोगों की परेशानी और अधिक बढ़ गई है और नगर पालिका में कोई भी काम सरलता से नहीं हो पा रहा है।