ब्रेकिंग
बाढ़ में पिता की मौत, मां-दादी भी लापता… कौन है 10 महीने की नीतिका, जो हिमाचल की बनी चाइल्ड ऑफ द स्ट... जवानों की बड़ी राहत, ऑपरेशन में घायलों को भी मिलेगी फुल सैलरी, प्रमोशन भी पा सकेंगे, गृह सचिव का ऐला... भारत तो भारत है, इसका अनुवाद न हो… इंडिया vs भारत पर मोहन भागवत ने समझा दिया मूलमंत्र आवारा कुत्तों से शहर परेशान, बच्चे चुका रहे कीमत… रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान हम दुश्मन नहीं, केंद्र ने क्रिकेट खेलने का फैसला अच्छा किया… महबूबा मुफ्ती का छलका पाकिस्तान प्रेम जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर में सेना का ‘ऑपरेशन महादेव’, 3 आतंकियों को किया ढेर, पहलगाम हमले के हो सकते है... बंगालियों को किया जा रहा परेशान… ममता बनर्जी ने कहा- दिल्ली पुलिस ने महिला और बच्चे से की मारपीट ‘डेरिंग दादी’ का कारनामा तो देखिए; 8 फीट लंबे सांप को यूं दबोचा, फिर गले में लपेट लिया बिहार में जिन लाखों मतदाताओं के नाम सूची से हटे उनके पास अब क्या विकल्प? 1 अगस्त से कैसे जुड़वा पाएं... जिसमें फैसले लेने की क्षमता उसे ही सर्वदलीय बैठक में भेजा करें… संसद में विपक्ष का हंगामा, अखिलेश या...
हिमाचल प्रदेश

LG मनोज सिन्हा ने किया अमरनाथ श्राइन बोर्ड का पुनर्गठन, 9 सदस्यों की नियुक्ति

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड का पुनर्गठन किया है. उन्होंने तीन वर्षों के लिए नौ विशिष्ट लोगों को सदस्य नियुक्त किया है. इनमें प्रशासनिक, धार्मिक और शैक्षिक क्षेत्रों से जुड़ी बड़ी हस्तियां शामिल हैं.

इस संबंध में सूचना जारी की गई है. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जो स्वयं श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष हैं, उन्होंने पुनर्गठन और सदस्यों की नियुक्ति को मंजूरी दी. इनका कार्य अमरनाथ यात्रा की सुविधाओं, तीर्थयात्रियों की सुविधाओं और धार्मिक पर्यटन के विकास को सुनिश्चित करना है.

बोर्ड में नामित किए गए नए सदस्यों में शामिल हैं:

स्वामी अवधेशानंद गिरिजी महाराज, प्रोफेसर कैलाश मेहरा साधु, के.के. शर्मा, के.एन. राय, मुकेश गर्ग, डॉ. शैलेश रैना, डॉ. सिमरिधि बिंद्रू, सुरेश हावरे, प्रोफेसर विश्वमूर्ति शास्त्री

इन सदस्यों का चयन उनके सामाजिक, शैक्षिक, सरकारी और धार्मिक योगदान को देखते हुए किया गया है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा और आस्था को सुरक्षित रखने के लिए यह पुनर्गठन एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.

सीएम उमर क्या बोले?

अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 3 जुलाई से होगी. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि सरकार फिलहाल आगामी अमरनाथ यात्रा को बिना किसी दुर्घटना के सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले से पर्यटन को काफी नुकसान पहुंचा है और इस गर्मी में कश्मीर में बहुत कम पर्यटक आए हैं. अभी हमारा ध्यान अमरनाथ यात्रा पर है. हम चाहते हैं कि यह बिना किसी दुर्घटना के संपन्न हो और सभी यात्री सुरक्षित और स्वस्थ वापस लौटें. उसके बाद हम पर्यटन को बढ़ावा देने के तरीकों पर विचार करेंगे.

Related Articles

Back to top button