‘मंगल’ को बाजार में हुआ अमंगल, निवशकों के डूबे लाखों करोड़, ये है बड़े कारण

सोमवार की रैली के बाद 13 मई यानी मंगलवार को शेयर बाजार में निवेशकों के लाखों करोड़ रुपए डूब गए. जहां सोमवार को सेंसेक्स 2,975 अंक यानी 3.74% चढ़कर 82,429.90 पर बंद हुआ वहीं निफ्टी 916.70 अंक यानी 3.82% चढ़कर 24,924.70 पर बंद हुआ था. वहीं इसके उल्ट आज सेंसेक्स 1281 अंक यानी 1.55% प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ. वहीं निफ्टी में 333 अंक यानी 1.34% की गिरावट देखने को मिली. इस गिरावट के चलते शेयर बाजार में निवेशकों के लाखों करोड़ रुपए डूब गए. भारत के स्टॉक मार्केट में इस गिरावट के पीछे 4 प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं जिनके बारे में हम आपको विस्तार से बता रहे हैं.
सोमवार को निवेशकों ने कमाए थे इतने लाख करोड़
सोमवार को शेयर बाजार पर भारत-पाकिस्तान के सीजफायर का पॉजिटिव असर दिखाई दिया था. जिसके चलते सेंसेक्स 2,975 अंक और निफ्टी में 916 अंक की चढ़े थे, जिसके चलते निवेशकों ने शेयर बाजार में 16.15 लाख करोड़ रुपए कमाएं थे. आपको बता दें सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी ने पिछले 5 महीनों में पहली बार क्रमश: 82,429 अंक और 24,924 के अंक पर पहुंचा था.
ट्रंप टैरिफ का असर
मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की एक बड़ी वजह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा भारत के ऊपर स्टील और एल्युमीनियम पर लगाए गए टैरिफ को बड़ी वजह माना जा रहा है. वहीं इस टैरिफ के विरोध में भारत जवाबी शुल्क के प्रस्ताव के साथ विश्व व्यापार संगठन (WTO) से संपर्क किया है. शेयर बाजार की ये बड़ी गिरावट दिखाती है कि भारत और अमेरिका के बीच चल रही बातचीत के बाद भी टैरिफ को लेकर चिंता बनी हुई हैं.
4% की तेजी के बाद मुनाफावसूली
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद सोमवार को भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क में लगभग 4 फीसदी का उछाल आया था. ये तेजी मुख्य रूप से शॉर्ट कवरिंग के कारण हुआ, जिसके कारण खुदरा निवेशकों द्वारा मंगलवार को मुनाफावसूली की गई और इसी के चलते शेयर बाजार में आज गिरावट देखने को मिली.
यूएस-चीन के बीच ट्रेड डील
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यूएस-चीन व्यापार सौदे का भारतीय शेयर बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि यह ‘भारत बेचो, चीन खरीदो’ की कहानी को पुनर्जीवित कर सकता है और भारतीय इक्विटी से विदेशी निवेश बाहर जा सकता है. दूसरी और भारत और पाकिस्तान के बीच अभी पूर्ण शांति का ना होना भी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट की वजह है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोमवार को राष्ट्र को संबोधित करने और पाकिस्तान को गलत हरकतों के खिलाफ चेतावनी देने के बाद, विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से भी कुछ जवाबी कार्रवाई हो सकती है.