अमेरिका में मची तबाही, शेयर मार्केट 1000 पॉइंट क्रैश, क्या इंडिया में दिखेगा असर?

गुड फ्राइडे की लंबी छुट्टी के बाद जब सोमवार को शेयर बाजार खुले, तो एक तरफ जहां भारतीय शेयर बाजार में फिर से तेजी का रुख देखा गया. वहीं दूसरी तरफ अमेरिका में जब बाजार खुला तो तबाही मच गई है. डाउ जोन्स 1,000 पॉइंट से अधिक गिर गया. वहीं नैस्डैक में 3 प्रतिशत और एसएंडपी में 2 प्रतिशत सक अधिक की गिरावट देखी गई है.
डॉलर इंडेक्स में लगातार आ रही गिरावट और डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर को लेकर अनिश्चिता के माहौल के बीच अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट का रुख जारी है. इस बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल को हटाए जाने का एक अभियान चल रहा है. इसका असर भी बाजार पर दिखा है.
निवेशक हैं नाउम्मीद
अमेरिकी शेयर बाजार में निवेशकों के बीच एक नाउम्मीदी की धारणा मजबूत होती देखी जा रही है. इस वजह से बाजार में गिरावट का रुख है. इसकी वजह भी साफ है. अमेरिका का दुनिया के ज्यादातर देशों के साथ टैरिफ वॉर छिड़ चुका है, जबकि व्यापार वार्ता के मोर्चे पर उतनी प्रगति नहीं देखी गई है. इस बीच महंगाई बढ़ने और मंदी आने की आशंका ने भी लोगों की धारणा को कमजोर किया है.
इस बीच फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल को हटाए जाने के डोनाल्ड ट्रंप के अभियान ने अनिश्चिता को और बढ़ाने का काम किया है. इसलिए डाउ जोन्स से लेकर नैस्डैक और एसएंडपी 500 में गिरावट दर्ज की गई है.
क्या भारतीय बाजार पर दिखेगा असर?
लंबी छुट्टी के बाद सोमवार को जब भारत में बाजार खुले, तब सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में तेजी दर्ज की गई. कारोबार की समाप्ति तक सेंसेक्स 855 अंकों की बढ़त के साथ 79,408.50 अंक पर और निफ्टी 24,100 अंक के उच्च स्तर पर बंद हुआ. इसकी कई वजह रही, जैसे भारतीय बाजार को बैंकिंग स्टॉक ने संभाला. वहीं अमेरिकी बाजार की अनिश्चिता के बीच भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों का निवेश लौटना शुरू हो गया है. इससे बाजार मजबूत हुआ है.
भारत का शेयर बाजार अमेरिकी शेयर बाजार के रुख से प्रभावित होता रहा है. ऐसे में आज जब अमेरिकी मार्केट में भारी गिरावट देखी गई है, तो कल सुबह इंडियन मार्केट पर उसका असर देखना होगा. बाजार शुरुआत में गिरावट का रुख लेकर बाद में संभल सकते हैं.