उत्तर प्रदेश के लखनऊ के चिनहट थाने में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत हो गई थी. युवक की लाश का पोस्टमार्टम कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट अब आ गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक के शरीर पर चोटों की पुष्टि हुई है. मृतक युवक का नाम मोहित पांडेय (32) है. वहीं, लखनऊ कमिश्नर ने चिनहट थाने के इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया है. आज मोहित पांडेय के घरवालों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात की है.
मोहित पांडेय के घरवालों को सीएम योगी ने दोषी पुलिसवालों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है. साथ ही परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी गई है. सरकारी आवास देने की बात भी कही गई है. वहीं, सीएम योगी ने इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं. मुलाकात के दौरान मोहित के घरवालों के साथ विधायक योगेश शुक्ल भी मौजूद रहे.
क्या लॉकअप में मोहित की पिटाई हुई थी?
इस बीच, चिनहट थाने का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस लॉकअप में मोहित जमीन पर असहज स्थिति में लेटा हुआ दिखता है. वहीं, लॉकअप में मौजूद एक युवक उसकी पीठ सहलाता दिखता है. सोशल मीडिया पर जब यह वीडियो वायरल हुआ तो लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने लगे. आरोप लगे कि क्या मोहित पांडेय की तबीयत पुलिस लॉकअप में ही बिगड़ी थी. क्या लॉकअप में मोहित के साथ पुलिस ने बर्बरता की थी.
क्या है पूरा मामला?
यह मामला चिनहट थाने का है. जिस युवक की मौत हुई है, उसका नाम मोहित है. शुक्रवार को बच्चों के विवाद में मोहित को चिनहट पुलिस ने हिरासत में लिया और उसे थाने लाई. सूचना पर उसका भाई शोभाराम थाने पहुंचा तो उसे भी हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया कि शनिवार को कोर्ट ले जाने के दौरान मोहित की तबीयत बिगड़ गई थी और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. युवक की मौत पर घरवालों ने आरोप लगाया कि लॉकअप में पुलिस ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी. परिजन ने जमकर हंगामा किया और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सीएम योगी से सख्त कार्रवाई की मांग की.
घरवालों ने लगाए आरोप
मोहित के चाचा ने आरोप लगाया कि एक नेता के इशारे पर पुलिस लॉकअप में भतीजे की हत्या की गई है. पुलिस वालों ने लॉकअप में उसकी बेरहमी से पिटाई की. मृतक की मां तपेश्वरी देवी ने इस पूरे मामले में एडीसीपी से भी शिकायत की. इसके बाद इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया.
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