एक्टर से नेता बने सुरेश गोपी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को मदर ऑफ इंडिया बताया है. मीडिया से बातचीत में भारतीय जनता पार्टी के नेता ने कांग्रेस के दिवंगत नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री के. करुणाकरण को भी साहसी प्रशासक बताया है.
केरल में इकलौते बीजेपी सांसद सुरेश गोपी पुनकुन्नाम स्थित करुणाकरण के स्मारक मुरली मंदिर के दौरे पर गए थे जहां उन्होंने मीडिया के साथ बात की. इस दौरान उन्होंने करुणाकरण और मार्क्सवादी नेता ई.के. नयनार को अपना राजनीतिक गुरु बताया. उन्होंने मीडिया से अपने इस दौरे को राजनीति से न जोड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि वह यहां पर सिर्फ अपने गुरु को श्रद्धांजलि देने के लिए आए थे.
इंदिरा गांधी को कहा ‘मदर ऑफ इंडिया’
अपने संबंधों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि नयनार और उनकी पत्नी शारदा टीचर की तरह उनके करुणाकरण और उनकी पत्नी कल्याणीकुट्टी अम्मा के साथ भी घनिष्ठ संबंध थे. हाल ही में वह कन्नूर में स्थित नयनार के घर भी गये थे, गोपी ने कहा कि वह इंदिरा गांधी को मदर ऑफ इंडिया मानते हैं, जबकि करुणाकरण उनके लिए राज्य में कांग्रेस पार्टी के पिता थे. उन्होंने स्पष्ट किया कि करुणाकरण को केरल में कांग्रेस का पिता बताना दक्षिणी राज्य की सबसे पुरानी पार्टी के संस्थापकों या सह-संस्थापकों के प्रति कोई अनादर नहीं है.
करुणाकरण के बेटे को दी मात
गोपी ने के. करुणाकरण की प्रशासनिक क्षमताओं की तारीफ की है. इस बार के लोकसभा चुनाव में सुरेश गोपी ने केरल के त्रिशूर लोकसभा क्षेत्र में जीत हासिल की है, इस चुनाव में उन्होंने करुणाकरण के बेटे एवं कांग्रेस नेता के मुरलीधरन को हराया है. मुरलीधरन इस चुनाव में तीसरे स्थान पर थे. गोपी ने मुरली मंदिर के दौरे की बात करते हुए कहा कि उन्हें 2019 में ही मुरली मंदिर जाने की इच्छा थी, लेकिन करुणाकरण की बेटी पद्मजा वेणुगोपाल ने राजनीतिक कारणों से उन्हें वहां जाने से रोक दिया था. मुरली मंदिर के अलावा उन्होंने शहर के प्रसिद्ध लॉर्डे माता चर्च भी गए और प्रार्थना की.
गोपी ने त्रिशूर लोकसभा सीट जीतकर केरल में भाजपा का खाता खोला है. इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय रहा जिसमें कांग्रेस, भाजपा और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर देखी गई थी.
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