जिला कोषालय के बाबू को लोकायुक्त ने तीन हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा

रायसेन। रायसेन के कलेक्ट्रेट कार्यालय में कोषालय विभाग का बाबू तीन हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ाया है। लोकायुक्त टीम ने सोमवार को दफ्तर खुलने के कुछ ही समय बाद बाबू को रुपये लेते रंगे हाथ पकड़ा। आरोपित नवीन विश्वकर्मा ने एक सेवानिवृत शिक्षक से पेंशन प्रकरण का पैसा निकलवाने के बदल 10 हजार रुपये की मांग की थी।

शासकीय प्राथमिक शाला चिरहोली में पदस्थ रहे शिक्षक दुर्गाप्रसाद राय इस साल 31 मई 2023 को सेवानिवृत हुए थे। दुर्गाप्रसाद राय ने बताया कि सेवानिवृत होने के बाद वे जिला कोषालय में पेंशन की राशि निकलवाने के लिए परेशान हो रहे थे। यहां का बाबू नवीन विश्वकर्मा राशि निकालने के बदले में 10 हजार रुपये की मांग कर रहा था। दुर्गाप्रसाद ने उससे कहा कि वह दिव्यांग हैं इतनी राशि नहीं दे सकते तो बाबू ने दो हजार रुपये कम करके 8 हजार रुपये मांगे। मजबूरी में दुर्गाप्रसाद ने पहले चार हजार और बाद में एक हजार रुपये कर कुल पांच हजार रुपये दे भी दिए। इसके बाद उन्होंने लोकायुक्त में इसकी शिकायत की। सोमवार को वे लोकायुक्त टीम के साथ कलेक्ट्रेट स्थित जिला कोषालय पहुंचे और शेष तीन हजार रुपये बाबू नवीन विश्वकर्मा को दिए। इसी दौरान बाहर से तुरंत लोकायुक्त टीम पहुंची और विश्वकर्मा को रंगे हाथ पकड़ लिया। लोकायुक्त निरीक्षक विकास पटेल ने बताया कि शिकायतकर्ता सेवानिवृत 62 वर्षीय दुर्गाप्रसाद राय विदिशा जिले के हरिपुरा के निवासी हैं। आरोपित नवीन विश्वकर्मा ने शेष तीन हजार रुपये काम होने के बाद बाद मांगे थे। 22 जुलाई को दुर्गाप्रसाद के खाते में उनकी राशि आ गई थी, इसलिए नवीन ने उन्हें बाकी के तीन हजार रुपये देने 31 जुलाई को कलेक्ट्रेट बुलाया था। लोकायुक्त ने आरोपित बाबू पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत केस दर्ज किया है। कलेक्ट्रेट कार्यालय में हुई इस कार्रवाई से सभी विभाग कार्यालयों में हड़कंप की स्थिति बनी रही।

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