इंदौर। दिल्ली, लखनऊ जैसे शहरों में भले ही सरकार नेशनल एग्रीकल्चरल को-आपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन आफ इंडिया (नाफेड) के माध्यम से कीमतों पर नियंत्रण करके आम उपभोक्ताओं को 80 रुपये किलो में टमाटर की उपलब्ध कराएगी, लेकिन इंदौर में इसकी कीमतों पर नियंत्रण की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां उपभोक्ता खुले बाजार के भरोसे हैं। इंदौर में आम उपभोक्ताओं को 90 रुपये से लेकर 150 रुपये प्रति किलो तक टमाटर मिल रहा है।
जानकारों का कहना है कि 15 दिन बाद टमाटर के भाव कम हो जाएंगे। तब महाराष्ट्र के टमाटर उत्पादक इलाकों से टमाटर की आवक बढ़ जाएगी। इंदौर की चोइथराम मंडी के हरी सब्जी व्यापारी कल्याण एसोसिएशन के सचिव योगेश विरहे के अनुसार, इंदौर में इस समय महाराष्ट्र के नासिक, पुणे, अहमद नगर, राजगुरु नगर जैसे इलाकों से टमाटर आ रहा है।
मालवा-निमाड़ में इस वक्त टमाटर की फसल नहीं
बारिश के समय मैदानी इलाकों के खेतों में टमाटर की फसल नहीं हो पाती। इस कारण अभी मध्य प्रदेश के मालवा और निमाड़ में टमाटर की फसल नहीं है। बारिश के समय पहाड़ी इलाकों में ही टमाटर हो पाता है। टमाटर की यह तेजी कुछ दिन की है।
अगस्त में और कम होंगे भाव
अगस्त के पहले सप्ताह से टमाटर सहित अन्य सब्जियों की आवक बढ़ जाएगी। उस समय भाव और कम होंगे। मालवा और निमाड़ में नवंबर से सब्जियों का उत्पादन शुरू हो जाएगा। उस समय कीमतें काफी नियंत्रित हो जाएंगी। इंदौर मंडी में रविवार को करीब 80 टन टमाटर की आवक हुई।
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