भोपाल। वातावरण में नमी बढ़ने के कारण प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादल छाए हुए हैं। साथ ही कहीं-कहीं वर्षा भी हो रही है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ छिटपुट वर्षा का सिलसिला अभी दो-तीन दिन तक बना रहेगा।
बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के आगे बढ़ने पर शनिवार बाद झमाझम वर्षा का दौर शुरू हो सकता है। उधर, बुधवार को सुबह साढ़े पांच बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक खजुराहो में 24.4, रतलाम में 22, भोपाल में 20, उज्जैन में आठ, गुना में पांच, सतना में पांच, उमरिया में एक, धार में एक, इंदौर में 0.2, पचमढ़ी में 0.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। नौगांव में बूंदाबांदी हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में मानसून द्रोणिका राजस्थान से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।
बंगाल की खाड़ी में आंध्र तट पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। उत्तर प्रदेश के मध्य में और दक्षिणी गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बने हुए हैं।
गुजरात तट से लेकर केरल के तट तक एक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। पाकिस्तान और उससे लगे पंजाब पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ भी मौजूद है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अपेक्षाकृत नमी नहीं मिलने के कारण अभी प्रदेश में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं छिटपुट बौछारें ही पड़ने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में आंध्र कोस्ट के पास बने चक्रवात के आगे बढ़ने के बाद ही प्रदेश में लगातार अच्छी वर्षा होने की उम्मीद है।
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