इंदौर। कीमती धातुओं में बिकवाली का दबाव बीत रहे कारोबारी सप्ताह में भी जारी रहा और घरेलू वायदा बाजार एमसीएक्स में सोने की कीमतें तीन महीने के निचले स्तर पर आ गई है। अगस्त कॉन्ट्रैक्ट सोने के भाव पिछले सप्ताह 0.76 प्रतिशत टूट कर 57800 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गए। वहीं, चांदी के भाव में मामूली साप्ताहिक गिरावट रही। इसके भाव 69000 रुपये प्रति किलो के स्तर पर कारोबार करते दिखे।
दरअसल, फेड द्वारा ब्याज दर बढ़ोतरी पर अपना कठोर रुख बरकरार रखने के कारण अमेरिकी बेंचमार्क ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इससे डॉलर इंडेक्स में भी तेजी बानी हुई है और कीमती धातुओं के भाव में दबाव है। मजबूत अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों ने जोखिम उठाने की क्षमता को बढ़ा दिया है और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में और बढ़ोतरी को लेकर भी चिंता बढ़ गई।
यह कारण कीमतों पर बना रहे दबाव
अमेरिकी सकल घरेलू उत्पाद के आंकड़े में तेजी से बढ़ोतरी और बेरोजगारी दावों में कमी से यह स्पष्ट हुआ है कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था उम्मीद से अधिक मजबूत है। इससे सोने की सुरक्षित हेवन अपील कम हो गई है। यूरोप और यूनाइटेड किंगडम में मुद्रास्फीति अभी ऊंचाई पर कायम है। इससे इन देशों की केंद्रीय बैंक भी मौद्रिक निति के प्रति कठोर है, जो सोने की कीमतों पर दबाव बना रही है। इस सप्ताह कीमती धातुओं के लिए एफओएमसी मीटिंग के मिनट्स और यूएस पैरोल के आंकड़े कीमती धातुओं के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।
तकनीकी विश्लेषण
स्वास्तिक इंवेस्टमॉर्ट के एनालिस्ट नृपेंद्र यादव के अनुसार, अगले कारोबारी सप्ताह में कीमती धातुएं सीमित दायरे में रह सकती हैं। एमसीएक्स अगस्त वायदा सोने में सपोर्ट 56500 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 59000 रुपये पर है। सितंबर वायदा चांदी में सपोर्ट 67000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 71000 रुपये पर है।
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