बिना मुंडेर के कुएं में गिरी बोलेरो एक की मौत एक को बचाया

 मंदसौर/भवानीमंडी । दुधाखेड़ी-भवानीमंडी मार्ग पर शनिवार को रात करीब 10 बजे क्षेत्र के कांदलखेड़ी गांव के पास एक बोलेरो कार बिना मुंडेर के कुएं में गिर गई। इसमें सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई व एक व्यक्ति गंभीर घायल हो गया, जिसे कुएं से निकाल भवानीमंडी सामुदायिक अस्पताल में भर्ती करवाया, घायल का उपचार जारी है।

जानकारी अनुसार रायपुर थाना क्षेत्र के रूपाखेड़ी गांव निवासी परमेश्वर (22) संपतराय गुर्जर व कोटड़ागांव निवासी भोलाराम (24) देवीलाल गुर्जर अपनी लकवाग्रस्त बुआ को मां दूधाखेड़ी के मंदिर में रात्रि ठहराव के लिए छोड़कर वापस गांव लौट रहे थे।

शनिवार रात करीब 10 बजे बोलेरो अचानक अनियंत्रित होने से कांदलखेड़ी के पास सड़क किनारे स्थित बिना मुंडेर के अंधे कुएं में जा गिरी, गाड़ी के कुएं में गिरने की सूचना पर आसपास के ग्रामीण दौड़े।

ग्रामीण मौके पर पहुंचते तब तक कुएं में गाड़ी पूरी तरह से डूब चुकी थी, जैसे-तैसे भोलाराम पानी में डूबी गाड़ी से निकल कर ऊपर आया। ग्रामीणों ने तुरंत रस्सियां डालकर उसे बाहर निकालकर भवानीमंडी अस्पताल में पहुंचाया, जबकि परमेश्वर गाड़ी के साथ कुएं के पानी में ही फंसा रह गया था।

ग्रामीणों ने मोटरें लगाकर कुएं का पानी निकाला

बिना मुंडेर के कुएं में गाड़ी के गिरने की सूचना पर भवानीमंडी पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे, उन्होंने क्रेन मंगवाकर गाड़ी को निकालने की बहुत कोशिश की, मगर अंधेरा व कुएं में पानी ज्यादा होने की वजह गाड़ी व गाड़ी में फंसे व्यक्ति को निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

ग्रामीणों ने कुएं में पानी की मोटरें लगाकर पानी तोड़ा। रविवार सुबह करीब 6 बजे बजे पानी कम होने पर क्रेन व ग्रमीणों की सहायता से गाड़ी व गाड़ी में फंसे परमेश्वर को निकाला गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।

इसी कुएं में करीब 17 वर्ष पूर्व भी हुआ था हादसा

ग्रामीणों ने बताया कि इसी कुएं में करीब 17 वर्ष पूर्व भी हादसा हुआ था। उस समय एक जीप भी रात ही के समय इसी बिना मुंडेर के कुएं में गिरी थी। उस दौरान नौ लोगों की अकाल मौत हुई थी। ग्रमीणों का कहना है कि इतने वर्ष बीतने के बावजूद भी प्रशासन ने इस मौत के कुएं पर कोई सख्त कदम नही उठाया था, तब से लेकर आज तक यह कुंआ बिना मुंडेर का है। जहां शनिवार की रात एक बार फिर इस कुएं में गिरने से एक व्यक्ति की जान चली गई।

प्रशासन की उदासीनता सामने आई

बिना संसाधन के अभाव कुएं से मात्र एक क्रेन के भरोसे प्रशासन कुएं गाड़ी व मृतक के शव को निकालने में जुटा रहा 8 घंटे की मशक्कत के बाद गाड़ी व शव को सुबह 6 बजे के करीब निकाला जा सका वह भी जब संभव हुआ जब एसडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाल कर सर्च अभियान छेड़ा।

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