ढाका की महिला को इंदौर में स्पाइनल सर्जरी के बाद मिला नया जीवन

इंदौर। देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अब मेडिकल हब के रूप में उभर रहा है, देश के बाहर के मरीज भी अब इंदौर में इलाज कराने के लिए आ रहे हैं। हाल ही में यहां बांग्लादेश के ढाका से आईं आलिया बेगम को स्पाइनल सर्जरी के बाद नया जीवन मिला है। वे 19 साल से शरीर के निचले अंगों के दर्द से पीड़‍ित थीं। कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल के डाक्टरों ने सफलतापूर्वक आलिया की जटिल स्पाइनल सर्जरी की है।

बिस्तर में करवट बदलने में भी होता था दर्द

आलिया को उन्हें मधुमेह और न्यूरोपैथी की तकलीफ भी लंबे समय से हो रही थी। कई एमआरआई परीक्षणों के बाद रीढ़ की हड्डी के एक विकार हाई-ग्रेड स्पोंडिलोलिस्थीसिस का इलाज किया गया था। स्पोंडिलोलिस्थीसिस में एक वर्टिब्रल हड्डी दूसरे पर खिसक जाती है, जिससे नर्व कम्प्रेशन होता है। इससे मरीज को गंभीर दर्द, चलने, बैठकर उठकर खड़े होने में कठिनाई होती है। मरीज की रोजाना जिंदगी पर इसका काफी असर पड़ता है। आलिया के केस में उन्हें बिस्तर में करवट बदलने में भी दर्द होता था।

उपचार में देरी से हो सकती है बड़ी मुश्किल

कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल के डा. प्रणव घोडगांवकर ने कहा, देश में, डिजनरेटिव बीमारी स्पोंडिलोलिस्थीसिस के लिए एक महत्वपूर्ण कारण है। इलाज में देरी करने से लक्षण बिगड़ सकते हैं, अपने काम स्वयं कर पाने की मरीज की क्षमता कम होने लगती है, जिससे भावनात्मक तनाव भी पैदा हो सकता है।

स्पाइनल सर्जरी से हिचकिचा रही थी आलिया

बांग्लादेश के ढाका की आलिया ने दुनिया भर के हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स से मदद मांगी थी। अपने दामाद के साथ, उन्होंने जर्मनी, ब्रिटेन और अन्य देशों के कई प्रसिद्ध मेडिकल सेंटर्स का दौरा किया। इसके बाद भी आलिया डर की वजह से वह स्पाइनल सर्जरी कराने से हिचकिचा रहीं थीं। इंदौर से डाक्टरों ने उनकी काउंसलिंग की और वे सर्जरी के लिए तैयार हुईं।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.