भारतीय ज्योतिष के अनुसार ग्रह-नक्षत्र एक निर्धारित समय के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। ग्रहों के राशि बदलने से इसका शुभ-अशुभ प्रभाव संपूर्ण दुनिया समेत मानव जाति पर पड़ता है। इस समय काल में बृहस्पति देव अश्वनी नक्षत्र से निकलकर भरणी नक्षत्र में चले जाएंगे। वहीं, राहु ग्रह अश्वनी नक्षत्र में ही स्थित रहेंगे। ऐसे में गुरु-राहु का चांडाल योग भंग हो जाएगा। इसके भंग होने से तीन राशियों का भाग्य उदय हो सकता है। आइये जानते हैं कौन सी हैं ये तीन राशियां।
मिथुन
गुरु-राहु का चांडाल दोष भंग होने से मिथुन राशि के जातकों के अच्छे दिन की शुरुआत हो सकती है। इस समय आपकी कुंडली में बुधादित्य राजयोग के साथ भद्र राजयोग बन रहा है। ऐसे स्थिति में व्यापारी वर्ग को अच्छा लाभ होगा। डेकोरेशन, इलेक्ट्रॉनिक, पत्थर और कपड़ों का कारोबार करने वाली व्यापारियों के लिए यह समय शानदार साबित हो सकता है। वहीं पुराने निवेश से भी लाभ मिलेगा। कार्यक्षेत्र में बुद्धि के प्रदर्शन से शानदार काम करेंगे और हर कार्य को अच्छे से पूरा करेंगे।
कर्क
गुरु-राहु का चांडाल दोष भंग होने से कर्क राशि के जातकों को लाभ होगा। गुरु बृहस्पति से अच्छे फल की प्राप्ति होगी। मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आपको ध्यान धन अर्जित करने पर ज्यादा रहेगा। किसी स्थान विशेष पर यात्रा के लिए जा सकते हैं। अचानक धन लाभ के योग बनेंगे। नौकरी करिअर में तरक्की के योग बनेंगे।
सिंह
गुरु-राहु का चांडाल दोष भंग होने से सिंह राशि के जातकों आर्थिक लाभ होगा। बृहस्पति नवम भाव में गोचर करेंगे। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा। अटके हुए काम पूरे होंगे। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। सरकारी योजनाओं से लाभ प्राप्त करेंगे। छात्रों को विदेश में जाकर पढ़ाई करने का मौका मिल सकता है। नया व्यापार शुरू करने वाले लोगों की योजना सफल होगी। पिता का सहयोग मिलेगा।
डिसक्लेमर
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