पीडीएस में राशन गड़बड़ी के खिलाफ लामबंद हुए ग्रामीण

कोतबा। गरीबो को प्रदान होने वाली शासकीय राशन के हेराफेरी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा हैं।लगातार गरीबों को मिलने वाले सस्ता अनाज पर सरपंच या संचालन करने वाले लोगों के ऊपर शिकायत मिलती रहती हैं।जिससे शासन की महवाकांक्षी योजना का लाभ गरीबों को नहीं मिलता। ताजा मामला जिले के फरसाबहार विकासखंड के ग्राम पंचायत गंझियाडीह से सामने आया है.यहां के ग्रामीणों के खाद्य अधिकारी फरसाबहार को 28 मई को लिखित शिकायत देकर अवगत कराया था कि उनके ग्राम पंचायत के राशन दुकान का संचालन ग्राम पंचायत जामटोली को दिया गया है।

जिसका संचालन ग्राम पंचायत जामटोली के सरपंच पति कुंवर साय पैंकरा द्वारा वितरण किया जाता हैं। गंझियाडीह के ग्रामीण चंद्रिका सिदार, जगदीश कुमार, संजय,जगत, मोहन सिंह, संतोष राम, पंच मीना बाई सहित दो दर्जन से अधिक लोगों ने अपने शिकायत पत्र में बताया है कि गंझियाडीह के पीडीएस दुकान में 671 लोगों को राशन का वितरण नही किया गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि विगत कुछ माह से सरपंच पति के गुर्गे कार्यकर्ता खूब शराब का सेवन कर 2 से 3 घंटे ही दुकान का संचालन कर भाग जाते हैं। जिससे वृद्धावस्था के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं।और शासन से मिलने वाली सस्ता अनाज से उन्हें वंचित होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने इसकी निष्पक्षता से जांच कर उचित कार्यवाही करने की मांग की थी। अब ग्रामीणों ने फिर से हंगामा मचाते हुए आरोप लगाया कि उनके शिकायत के बाद भी खाद्य निरीक्षक जांच कर कोई कार्रवाई नही कर रहें है।

अंगूठा लगवाकर राशन नही देने का आरोप

ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच पति कुंवर साय पैंकरा द्वारा ग्रामीण हितग्राहियों से राशन देने के नाम पर अंगूठा लगवा लिया गया है.और उन्हें राशन नहीं दिया गया है। मामले को लेकर खाद्य निरीक्षक फरसाबहार यूए खान से चर्चा किया गया तो उन्होंने बताया कि शिकायत मिलते ही तत्काल संज्ञान में लिया है। टीम गठित कर जांच प्रतिवेदन एसडीएम साहब को भेजा गया है। एसडीएम ने सरपंच को शोकाज नोटिस जारी कर पांच दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश जारी किया गया है.

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