राम की सेना-रावण की सेना पर बीजेपी-कांग्रेस में रार, बृजमोहन बोले- धर्म युद्ध है ये विधानसभा चुनाव

छत्तीसगढ़|छत्तीसगढ़ में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे कांग्रेस-बीजेपी में तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। दोनों पार्टी अब रामायण को लेकर कूद पड़ी हैं। दोनों में राम की सेना-रावण की सेना को लेकर रार छिड़ी हुई है। बीजेपी का कहना है कि वह राम की सेना है, वहीं कांग्रेस को रावण की सेना करार दिया।

छत्तीसगढ़ में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे कांग्रेस-बीजेपी में तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। दोनों पार्टी अब रामायण को लेकर कूद पड़ी हैं। दोनों में राम की सेना-रावण की सेना को लेकर रार छिड़ी हुई है। बीजेपी का कहना है कि वह राम की सेना है, वहीं कांग्रेस को रावण की सेना करार दिया। मामले में पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि वह आगामी चुनाव धर्म युद्ध है। कांग्रेस की सत्य और भाजपा की असत्य के बीच मुकाबला होगा। भूपेश बघेल की सरकार राम की सेना है। भाजपा का आचरण बता रहा है कि वो रावण की सेना है। तंज कसते हुए कहा कि पूर्व रमन सरकार को प्रदेश की जनता रावण की  सरकार कहती थी।

भाजपा के पूर्व मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में 10 लाख बेरोजगार युवाओं को ढाई हजार रुपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही थी। आज 51 माह बीतने के बावजूद उन्होंने युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया।

विगत दिनों कांग्रेस सरकार के मंत्री उमेश पटेल ने विधानसभा में बताया कि प्रदेश में 18 लाख 80 हज़ार पंजीकृत बेरोजगार हैं, लेकिन भूपेश सरकार ने बजट में 2 वर्ष के लिए बेरोजगारी भत्ता के लिए 250 करोड रुपए की व्यवस्था की है। कांग्रेस के जन् घोषणा पत्र में किए वादे के अनुसार यह तो मात्र 1 माह का ही बेरोजगारी भत्ता होता है, तो क्या यह सरकार केवल एक महीने का बेरोजगारी भत्ता देकर अपने कर्तव्य से इतिश्री समझ रही है।

पूर्व मंत्री ने कहा की बजट में बेरोजगारी भत्ता देने की जो घोषणा भूपेश बघेल सरकार ने किए हैं, वह बचे हुए 6 महीने में ना तो इनकी औपचारिकता पूर्ण कर पाएंगे और ना कोई नियम और कानून ही बना पाएंगे। उन्होंने कहा कि यह सरकार बेरोजगारी भत्ता न देना पड़े इसलिए नए नियम कानून स्वयं बना रही है। प्रति परिवार छह लाख से नीचे की आय को गरीबी रेखा की आय मानी जाती है लेकिन उन्होंने बेरोजगारी भत्ता में ढाई लाख की सीमा निर्धारित करके बेरोजगारों की परिभाषा ही बदल दी है। उन्होंने कहा कि यह केवल लोगों को ठगने की घोषणा है।

बूथ सशक्तिकरण अभियान के तहत भाजपा रायपुर दक्षिण विधानसभा की बैठक में शामिल होने पहुंचे बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव धर्म यु्द्ध है।  इसमें एक तरफ राम की सेना है, तो दूसरी तरफ रावण की सेना है। रावण की सेना को परास्त करने के लिए हम सैनिक तैयार कर रहे हैं। यहीं बूथ सशक्तिकरण का उद्देश्य है।

मामले में पलटवार करते हुए कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जनता तय करेगी कि कौन राम की सेना है और कौन रावण की सेना। निश्चिततौर पर आगामी चुनाव धर्म युद्ध है। कांग्रेस की सत्य और भाजपा की असत्य के बीच मुकाबला होगा। भूपेश बघेल की सरकार राम की सेना है। भाजपा का आचरण बता रहा है कि वो रावण की सेना है। बीजेपी ने राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ के लिए कुछ नहीं किया। माता कौशल्या के मायके चंदखुरी के लिए कुछ नहीं किया। राम वन गमन के लिए भी कुछ नहीं किया। सिर्फ राम के नाम पर राजनीति कर रही है।

वहीं प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाला चुनाव धर्मयुद्ध के समान है। जिसमें कांग्रेस की सत्य और भाजपा की असत्य झूठ प्रोपगंडा का सीधा मुकाबला होगा। जनता तय करेगी कौन राम की सेना हैं और कौन रावण की सेना है। लेकिन आचरण से देखेंगे तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सेना राम की सेना है।

15 साल तक प्रदेश में भाजपा की सरकार थी यदि भाजपा के लोग सही मायने में राम भक्त होते राम की सेना होते तो छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है। माता कौशल्या का मायका है, उनके लिए कुछ करते माता कौशल्या के मंदिर और राम वन गमन पथ का जीणोद्धार 15 साल में भाजपा ने नहीं किया। उस ओर झांका तक नहीं। भाजपा के आचरण से देखेंगे तो भाजपा ही रावण की सेना है भाजपा भगवान श्रीराम जी का उपयोग तो करती है पर राम काज नहीं करती है

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व की रमन सरकार को प्रदेश की जनता रावण की सरकार कहती थी और नारा लगाती थी रमन नहं  ये रावण है बर्बादी का कारण है। बृजमोहन अग्रवाल उस रावणीय संस्कृत पर चलने वाली रमन सरकार के प्रमुख सिपहसालार थे। उस दौरान प्रदेश के किसान, युवा, मजदूर,छात्र, महिलाये, व्यापारी, उद्योगपति सभी हताश और परेशान थे । पूर्व रमन सरकार का मुख्य काम कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार करना था और प्रदेशवासियों पर जुल्म करना था।

 

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