15 मार्च तक तैयार हो जाएगा CST फुट ओवर ब्रिज
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) के बाहर हिमालय फुट ओवरब्रिज (FoB) 15 मार्च तक तैयार हो जाएगा। नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार, पुल के लिए तैयार की जा रही सीढ़ी का काम अंतिम चरण में है, जो कि जल्द पूरा हो जाएगा। वहीं, एस्केलेटर के काम में तीन से चार महीने लग सकते है।
तीन साल से अधिक समय तक रुका रहा पुल का काम
इससे पहले, नागरिक निकाय ने ये विचार किया था कि सीएसएमटी के बाहर दो उद्घाटन (फुटपाथ अंत पर) में से एक पर पुल के लिए एस्केलेटर लगाया जाएगा लेकिन जगह की कमी होने के कारण इस आइडिया को नाकार दिया गया।
बाद में बीएमसी ने जून 2021 में बिना एस्केलेटर के एक टेंडर जारी किया। ये काम 5.75 करोड़ रुपये की लागत से 15 महीने के भीतर पूरा किया जाना था लेकिन कई कारणों से पुल का काम तीन साल से अधिक समय तक रुका रहा।
चार महीने बाद लगेगा एस्केलेटर
वर्ष 2022 में, बीएमसी ने फिर से एक अन्य उद्घाटन (आंतरिक सड़क पर) पर एक एस्केलेटर स्थापित करने का निर्णय लिया और इसे वर्तमान टेंडर में जोड़ा गया।
पुल विभाग के एक अधिकारी ने इस संबंध में कहा कि वर्क ऑर्डर कुछ महीने पहले जारी किया गया था, लेकिन इसे कारखाने में तैयार करने में कुछ महीने लगेंगे। एक बार यह पूरा हो जाने के बाद, इसे पुल पर स्थापित करने में अधिक समय नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि पुल के पूरा होने की समय सीमा 15 मार्च है और एस्केलेटर चार महीने बाद लगाया जाएगा।
14 मार्च, 2019 को हुआ था बड़ा हादसा
गौरतलब है कि हिमालय फुट ओवरब्रिज 14 मार्च, 2019 को ढह गया था, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, सात गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस घटना के बाद, बीएमसी को यह तय करने में सात महीने लग गए कि सीएसएमटी के उत्तरी छोर पर एक पुल की जरूरत लोगों को है या नहीं। एक सर्वेक्षण रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि लगभग 50,000 से अधिक यात्रियों ने इस पुल का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद नागरिक निकाय ने पुल के पुनर्निर्माण का फैसला किया।
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