मां ने चार साल के बेटे को चंबल नदी में फेंका, जन्म से ही असामान्य था बेटा, तंग आकर कर दी हत्या

राजस्थान के कोटा जिले में अपने बच्चे की असामान्य हरकतों से परेशान होकर उसकी मां ने उसकी हत्या कर दी। मंगलवार को दादाबाड़ी थाना पुलिस ने अधरशिला के पास चंबल नदी से चार साल के एक बच्चे का शव बरामद किया गया था।  पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए कहा कि बच्चे की मां अपने बेटे की असामान्य हरकतों से परेशान थी। इससे तंग आकर उसने अपने चार साल के बेटे को नदी में फेंककर मार डाला। पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है।

शहर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया की किशोरपुरा का रहने वाला व्यक्ति फिरोज अहमद मंगलवार सुबह पौने 12 बजे अधरशिला दरगाह पर बैठा था। उसने पुलिस को बताया कि एक महिला को उसने दो बच्चों के साथ देखा था। वह ऑटो से उतरी तो उसके साथ करीब एक साल की बच्ची और 4-5 साल का एक बच्चा था।

ऑटो से उतरने के बाद महिला दोनों बच्चों के साथ दरगाह में गई, लेकिन 15- 20 मिनट बाद वह सिर्फ अपनी बेटी के साथ वापस आई। बच्चे के बारे में पूछने पर महिला ने उसे कोई जवाब नहीं दिया और वहां से चली गई। कुछ समय बाद फिरोज दरगाह में गया तो उसने बच्चे का शव चंबल नदी में देखा।  फिरोज अहमद की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।

मामले की जांच के लिए दादाबाड़ी थाना अधिकारी राजेश कुमार पाठक के नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया गया था। पुलिस की टीमों ने अज्ञात महिला के बारे में जानकारी जुटाने के लिए  सीसीटीवी फुटेज खंगाले। साथ ही अन्य तरीकों से भी महिला को तलाश करने के प्रयास किए गए।

पुलिस की जांच में मृतक बच्चे की पहचान मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के पाडोला निवासी चार वर्षीय यामीन अंसारी पुत्र शाकिर अंसारी के रूप में हुई। शाकिर अंसारी की पत्नी दिल अफरोज  ही दोनों बच्चों को लेकर दरगाह आई थी। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दिल अफरोज ने बच्चे को पानी में फेंकने की बात कबूल कर ली।

 पुलिस अधीक्षक अमर सिंह ने बताया कि यामीन जन्म से ही असामान्य था। चार साल का होने के बाद भी मां को ही उसके पूरे काम करने होते होते थे। ऐसे में वह अपने बेटे की असामान्य हरकतों से परेशान हो गई थी।

मंगलवार को अफरोज अपने पीहर मंगरोल से यामीन और एक साल की बेटी नायरा को लेकर घर से निकली। अफरोज ने अपने परिजनों को बताया कि वह अपनी सहेली से मिलकर जा रही है, लेकिन घर से निकलने के बाद वह बारां गई और बस से कोटा बस स्टैंड आ गई। यहां से ऑटो के जरिए अधरशिला पहुंची और फिर दरगाह से होते हुए सीधे चंबल नदी तक पहुंची। मौका देखकर यामीन को नदी में फेंक दिया और फरार हो गई।

आरोपी मां दिल अफरोज ने शाम को वापस घर पहुंची तो उसके साथ बेटा नहीं था। परिजनों ने बेटे यामीन को लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह अधरशिला घूमने के गई थी। जहां यामीन का पैर फिसल गया और वह नदी में गिर गया। जिससे वह डर गई और वापस घर आ गई। हालांकि, आरोपी महिला के पति शाकिर का कहना है कि उसकी पत्नी दिल अफरोज मानसिक रूप से बीमार है। डॉक्टर से उसका इलाज भी चल रहा है।

 

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