नक्सली संगठनों में महिलाओ के साथ होता है यौन शोषण, महिला नक्सली का खुलासा

नक्सली संगठन में पुरुष सदस्य अपनी महिला साथियों के साथ यौन अत्याचार करते हैं। इसके लिए महिला सदस्यों पर पहले दबाव बनाया जाता है, फिर लगातार यौन शोषण करके संगठन के अंदर ही शादी करा देते हैं। संगठन के अंदर महिलाएं मानसिक एवं शारीरिक शोषण का लगातार शिकार होती हैं।

नक्सलियों के चंगुल से भाग निकली कजरा थाना क्षेत्र की एक नाबालिग महिला नक्सली यौन अत्याचार का शिकार हुई और अब जेल के अंदर गर्भवती हालत में है। घर में मां-बाप के आंगन में आकाश में उड़ने का सपना देखने वाली महिला नक्सली अब अपनी जिंदगी को कोस रही है। वह ढाई माह के गर्भ से है और उस पाप को हटाने के लिए जद्दोजहद कर रही है। ओहदेदार नक्सलियों के यौन शोषण की शिकार लखीसराय मंडल कारा में बंद अविवाहिता नक्सली महिला ने लखीसराय के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष गर्भपात कराने की गुहार लगाई है।

न्यायालय के आदेश पर मेडिकल बोर्ड ने की जांच

न्यायालय के आदेश पर मेडिकल टीम ने गर्भवती महिला नक्सली के गर्भ की जांच की है। मेडिकल बोर्ड ने पाया कि महिला नक्सली करीब ढाई माह के गर्भ से है। मेडिकल बोर्ड ने कहा है कि कैदी का गर्भपात कराया जा सकता है। अब मेडिकल टीम न्यायालय के आदेश पर तारीख तय करके नक्सली कैदी का गर्भपात कराएगी। उधर, अपने पिता सहित परिवार की जान-माल की सुरक्षा के लिए महिला नक्सली कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है।

ओहदेदार नक्सली करते हैं यौन अत्याचार

नक्सली संगठन को मजबूत बनाने के लिए साधारण सदस्य आए दिन पुलिस की गोलियों की बौछार झेलते हुए जंगलों-पहाड़ों की खाक छानते रहते हैं। वहीं, दूसरी ओर ओहदेदार नक्सली सुरा-सुंदरी का लुत्फ उठाते हुए ऐशो-आराम की जिंदगी गुजर-बसर कर रहे हैं। ओहदेदार नक्सली विभिन्न गांवों में रहकर गरीब परिवार की किशोरियों को चिह्नित कर उन्हें सब्जबाग दिखाकर नक्सली संगठन में शामिल कराते हैं। नक्सली संगठन में शामिल होने से इंकार करने वाली किशोरियों को रात के अंधेरे में जबरन घर से भी उठवा लेते हैं। इसके बाद ओहदेदार नक्सलियों द्वारा इनका जमकर यौन शोषण किया जाता है।

गांव स्थित घर से उठा ले गया था नक्सली

विगत 20 जनवरी को पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद अविवाहिता नक्सली महिला ने बताया कि नक्सली रात में उसे जबरन घर से उठाकर ले गए। उसे संगठन में रखकर जंगलों में इधर-उधर घुमाया जाता था। इस दौरान वह नक्सलियों के साथ करीब एक माह तक रही और इस दौरान उसके साथ लगातार यौनाचार होता रहा। फिर एक दिन मौका पाकर वह नक्सलियों के चंगुल से भाग निकली। भागकर शहर चले जाने के बाद नक्सली संगठन के लोग वापस बुलाने के लिए उसके पिता पर दबाव बनाने लगे। लेकिन, इस बीच ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.