सनातन धर्म में वैसे तो कई सारे ग्रंथ और पुराण है लेकिन इन सभी पुराणों में गरुड़ पुराण महत्वपूर्ण माना जाता है इसे महापुराणों की श्रेणी में रखा गया है। मान्यता है कि इसमें मानव के जीवन, मृत्यु, आत्मा और भूत प्रेत के बारे में बहुत कुछ गहराई से बताया गया है। हमारे आस पास बहुत से ऐसे लोग है जो प्रेत भेत पर विश्वास नहीं करते है लेकिन कई ऐसे लोग भी है जो इन पर यकीन रखते है और यह जानना चाहते है कि कैसे पता करें कि किसी घर में भूत प्रेत का साया है या नहीं, अगर आप भी यह जानने के इच्छुक है कि आपके घर में भूत प्रेत का साया तो नहीं है, तो कुछ संकेतों से आप जान सकते है, तो आज हम आपको इन्हीं के बारे में बता रहे है।
इन संकेतों से करें पता-
धार्मिक ग्रंथों और पुराणों की मानें तो भगवान कृष्ण कहते है कि अगर भूख प्यार से व्याकुल होकर प्रेत योनि को प्राप्त मृत्यु परिजन उसके अपनों के घर में ही प्रवेश करते है और हवा के रूप में हमेशा वहां वास करते है यही कारण है कि पूर्वजों की आत्मा व्यक्ति को दिखाई नहीं देती है। आगे बताया गया है कि वायु रूप में ही वे अपने परिजनों के शरीर में प्रवेश कर जाते है और उन्हें रात्रि के वक्त अशुभ सपने दिखाते है। श्रीकृष्ण अनुसार मृत्यु के बाद मनुष्य की आत्मा प्रेत बनकर अपनी पत्नी, पुत्र और अपने परिजनों के शरीर में प्रवेश कर जाती है, ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी को सपने में घोड़ा, हाथी या बैल जैसा कोई जानवर दिखाई दे रहा है या क्रोध में आपकी ओर आक्रमण कर रहा है तो आप इस बात को समझ ले कि आपके घर में प्रेत का वास है। वही अगर कोई व्यक्ति सोकर उठने के बाद भी खुद को बिस्तर पर विपरीत परिस्थिति में देखता है तो यह भी संकेत है कि उसके घर में भूत प्रेत वास कर रहे है। अगर आपके घर में आए दिन झगड़े होते रहते है या फिर अचानक ही धन हानि हो जाती है परिवार के लोग बार बार बीमार पड़ते हे तो भी समझ ले कि आपके घर में बुरी शक्तियों और नकारात्मकता का साया बना हुआ है।
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