कीव । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की यूक्रेन यात्रा के बाद रूस भड़का हुआ है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन युद्ध को पश्चिमी देशों ने शुरू किया है। पुतिन ने कहा कि रूस अपने नागरिकों की हरसंभव रक्षा करेगा। इस बीच अब एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस ने बाइडन की यात्रा के दौरान परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हाइपरसोनिक मिसाइल सतान-2 का परीक्षण किया था। बताया जा रहा हैं कि बाइडन की यात्रा के दौरान सतान-2 का परीक्षण करके रूस ने अमेरिकी राष्ट्रपति को चेतावनी दी थी।
सूत्रों ने बताया कि रूस ने यह परीक्षण उस समय किया जब बाइडन और जेलेंस्की आपस में मुलाकात कर रहे थे। अधिकारियों ने कहा कि संभवत: रूसी मिसाइल का परीक्षण फेल रहा। यह मिसाइल एक साथ कई परमाणु बम ले जाने की तकनीक से लैस है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि पुतिन को अपने भाषण में इस मिसाइल का उल्लेख भी करना था। अमेरिकी सूत्रों ने कहा कि वे इस रूस की ओर से उकसावे की कार्रवाई नहीं मानते हैं।
रूस की सतान-2 मिसाइल एक सुपरवेपन है जो हाइपरसोनिक रफ्तार से हमला करने में सक्षम है। रूस से इस ब्रिटेन पहुंचने में मात्र 6 मिनट लगेगा। यह एक मिसाइल अपने साथ 15 परमाणु हथियार ले जा सकती है। पश्चिमी देशों के पास इस मिसाइल के टक्कर का कोई हथियार नहीं है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन बुधवार को पोलैंड में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के पूर्वी क्षेत्र के नेताओं से मुलाकात करने वाले हैं। नाटो के पूर्वी क्षेत्र में आने वाले देशों को ‘बुखारेस्ट नाइन’ कहा जाता है।
इनमें बुल्गारिया, चेक गणराज्य, एस्तोनिया, हंगरी, लात्विया, लिथुआनिया, पोलैंड, रोमानिया और स्लोवाकिया शामिल हैं। इससे पहले बाइडन ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का एक साल पूरा होने के अवसर पर मंगलवार को वारसा रॉयल कैसल में अपने संबोधन में कहा, जब रूस ने आक्रमण किया, तो यह केवल यूक्रेन के लिए परीक्षा नहीं थी। सारी दुनिया ने युगों-युगों तक किसी न किसी परीक्षा का सामना किया है।
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