बॉलीवुड के वो सितारे जिन्हें पहले कर दिया गया था खारिज 

बॉलीवुड में अपने लिए जगह बनान आसान काम नहीं होता। इसमें सबसे पहले तो ऑडिशन से ही पार पाना मुश्किल होता है। बॉलीवुड में ऐसे कई सितारे हैं जिन्हें फर्श से अर्श तक का सफर तय करने में सबसे बड़ी दिक्कत ऑडिशन के समय ही आई थी। अभिनेता कार्तिक आर्यन को एक ऑडिशन में तो चेहरा देख कर ही बाहर कर दिया गया था। जानते हैं ऐसे ही कुछ सितारों के बारे में जिन्हें इस दौरान कड़वे अनुभवों से गुजरना पड़ा। अभिनेत्री राधिका आप्टे ने कई बेहतरीन फिल्मों और वेब सीरीज़ में काम किया है हालांकि उन्हें अभिनेता आयुष्मान खुराना की डेब्यू फिल्म विकी डोनर के लिए रिजेक्ट होना पड़ा था।

सिद्धार्थ चतुर्वेदी
फिल्म गली बॉय में अपनी एक्टिंग से चर्चाओं में आए सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने इंटरनेशनल फिल्म मिलियन डॉलर आर्म के लिए ऑडिशन दिया था। उन्होंने कहा कि मैंने उस फिल्म के लिए ऑडिशन दिया था। वे दो इंडियन लड़कों की तलाश में थे जो बेसबॉल खेलते थे। जब मैंने इस रोल के लिए ऑडिशन दिया था तो उन्हें मुझे रोल के लिए अपमार्केट बताया और कहा था कि मैं इस रोल के लिए ज्यादा गोरा हूं।

कृति सेनन
हीरोपंती में टाइगर श्रॉफ के साथ अपने करियर की शुरूआत करने वाली कृति सेनन ने कहा था। कई बार ऐसा होता था कि कुछ लोग मुझे आकर कहते थे कि मेरे बारे में कुछ तो ऐसा है जो ठीक नहीं है। कुछ लोग कहते थे कि मैं ज्यादा ही गुड लुकिंग हूं जिसके चलते मैं स्क्रीन पर रियल नहीं लगती हूं। कई बार मुझे बुरा लगता था लेकिन कई ऐसे लोग भी थे जिन्होंने मुझ पर विश्वास जताया।

नवाजुद्दीन सिद्दीकी 
नवाजुद्दीन की कहानी कई लोगों के लिए प्रेरणा है हालांकि उन्हें अपने करियर में कई मुसीबतें झेलनी पड़ीं। उन्हें नस्लभेदी ताने भी सुनने को मिलते थे। नवाज ने कहा कि उनके रंग के चलते उन्हें कई बार फिल्म में नहीं लिया गया है और उन्हें लोगों से कई बार अपने रंग को लेकर काफी कुछ सुनना पड़ता था हालांकि नवाजुद्दीन ने इन सब से ऊपर उठकर अपने लिए नया मुकाम खड़ा किया है।
यहां तक कि बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को भी अपने करियर के शुरूआती दौर में काफी संघर्ष करना करना पड़ा था। उन्हें एआईआर ने रिजेक्ट किया था जब वे रेडियो जॉकी बनना चाहते थे। अमिताभ का साक्षात्कार लेने वाले शख्स ने कहा था कि मेरे पास उस पतले शख़्स के लिए बिल्कुल समय नहीं था। उन्होंने इंतजार किया और चले गए लेकिन इसके बाद भी वे कुछ कुछ समय में आते रहे लेकिन मैं उन्हें रेडियो जॉकी के तौर पर नहीं देख पा रहा था और उन्हें लगातार अपाइन्टमेंट लेकर आने के लिए कह रहा था।

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