इंदौर। देवास नाका क्षेत्र में तीन गोदामों में शनिवार सुबह 10 बजे भीषण आग लग गई। आग का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सुबह लगी आग को दोपहर तक फायर ब्रिगेड की टीम दोपहर तक 50 टैंकरों के बावजूद भी नहीं बुझा सकी थी। आग के कारण पूरे इलाके में धुंए के गुबार नजर आ रहा है। आग लगने के कारण लाखों रुपये का माल जलकर खाक हो गया है। आग लगने का कारण फिलहाल सामने नहीं आया है। कर्मचारी जब सुबह 10 बजे काम पर पहुंचे तो आग लगने की घटना की जानकारी मिली। तुरंत ही पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। आग लगने से अफरा-तफरी मच गई है। फाइबर फेक्ट्री में जिनमें आग लगी है, इनमें लगातार ब्लास्ट हो रहे हैं।सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। फायर बिग्रेड की टीम भी सूचना के बाद मौके पर पहुंची। अब तक 25 टैंकर पानी आग बुझाने के लिए लग चुके हैं, लेकिन अभी तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है।
आग से मची अफरा तफरी, लाखों रुपयों का नुकसान, ज्वलनशील पदार्थ के कारण भड़की आग
आग इतनी भयावह थी कि कई किलोमीटर दूर से धुआं नजर आ रहा था। जानकारी अनुसार कैमिकल, चाकलेट की फेक्टरी और कोल्ड स्टोरेज में आग लगी है, जिस पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। कोल्ड स्टोरेज मालिक सुनिल पारीक ने बताया कि आग लगने का कारण हमें भी नहीं पता है। सुबह जब यहां आकर देखा तो आग लगने की जानकारी मिल पाई। फिलहाल कितने का नुकसान हुआ है। यह अंदाजा लगाना मुश्किल है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि थीनर की फेक्टरी में आग लगी है। चारों तरफ से आग बुझाने का प्रयास किया जा रहा है।
गैस सिलिंडर लेकर बाहर भागे कर्मचारी
गोदामों के अंदर गैस सिलेंडर भी रखे हुए थे। जिन्हें आग लगने के बाद कर्मचारी बाहर लेकर भागे। फेक्टरी में आग लगने के बाद कर्मचारी अंदर रखे गैस सिलिंडर को लेकर बाहर आए। नहीं तो ओर भी बड़ा हादसा हो सकता था। प्रारंभिक तौर पर अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस बस के साथ ही नगर सुरक्षा समिति के सदस्य भी यहां पहुंच चुके हैं। इन्होंने इस क्षेत्र को खाली करवाया। आस-पास की फैक्टरियों तक यह आग नहीं पहुंचे इस का भी प्रयास किया जा रहा है। हवा तेज होने से आग पर काबू पाने में परेशानी हो रही है। मौके पर एंबुलेंस और स्वास्थ्य कर्मी भी मौजूद हैं।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.