67 में से 12 अभ्‍यर्थी ही उत्तीर्ण कर सके शारीरिक परीक्षा, पैरा कमांडो बनने सुबह छह बजे से मैदान में डटे

ग्वालियर। भारतीय सेना में पैरा कमांडो बनने के लिए सुबह छह बजे से ही अभ्यर्थी मैदान में पहुंचना शुरू हो गए थे। युवाओं में देश सेवा का जज्बा ऐसा था कि मैदान में इनके जोश के आगे सर्दी भी फीकी पड़ गई।

सुबह ठीक सात बजे दौड़ शुरू हो गई, दोपहर तक शारीरिक प्रवीणता परीक्षा के अलग-अलग चरण हुए। इसमें 67 अभ्यर्थियों ने भाग लिया, जिसमें से सिर्फ 12 अभ्यर्थी ही पैरा कमांडो के लिए चयनित हुए। अब यह अभ्यर्थी पैरा कमांडो की ट्रेनिंग पूरी कर भारतीय सेना की सर्वोच्च पैराशूट रेजिमेंट का हिस्सा होंगे, जिस रेजीमेंट के नाम से देश के दुश्मन थर्राते हैं।

भारतीय सेना में पैरा कमांडो की भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए ग्वालियर और चंबल अंचल सहित प्रदेश के 13 जिलों के उन युवकों को मौका मिला, जिन्होंने हाल ही में भारतीय सेना की अग्निवीर भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण की है। इन्हें ट्रेनिंग पर भेजने से पहले इनका दस्तावेज और मेडिकल परीक्षण हो रहा है।

इसी बीच पैरा कमांडो की भर्ती भी आ गई, इसके चलते जिन अभ्यर्थियों ने शारीरिक प्रवीणता परीक्षा में 100 नंबर और लिखित परीक्षा में 50 अंक हासिल किए थे, उन्हें मौका दिया गया। सोमवार को सेना के अधिकारियों ने सबसे पहले पांच किलोमीटर की दौड़ करवाई। 67 अभ्यर्थियों में से सिर्फ 30 अभ्यर्थी ही दौड़ पूरी कर पाए। इसके बाद शारीरिक प्रवीणता परीक्षा के अलग-अलग चरण हुए।

अभ्यर्थियों ने इस तरह दिखाई मैदान में दम

– अभ्यर्थियों को 21 मिनट में पांच किमी की दौड़ पूरी करनी थी।

– जिन अभ्यर्थियों ने दौड़ पूरी की, उन्हें 10 चिन अप, एक मिनट में 40 पुश अप, 40 सीट अप, 17 शटल करवाए गए।

आगरा में दिया जाएगा प्रशिक्षण

पैरा कमांडो के लिए जिन अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, अब उन्हें प्रशिक्षण के लिए आगरा स्थित पैरा कमांडो ट्रेनिंग सेंटर भेजा जाएगा। यहां तीन माह प्रशिक्षण के बाद अभ्यर्थियों को अन्य ट्रेनिंग सेंटर में भेजा जाएगा। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद इनका पुनः टेस्ट होगा। इस टेस्ट को उत्तीर्ण करने के बाद ही इन्हें पैराशूट रेजीमेंट में बतौर पैरा कमांडो शामिल किया जाएगा

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