भारत ने जताई इस बात की चिंता, PAK से कहा- इस बात का रखना ध्यान

नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान को इस बात से अवगत कराया है कि साल में 4 बार पाक जाने वाले सिख तीर्थयात्रियों को नियमित रूप से भारत विरोधी प्रचार और खालिस्तान एजेंडे के लिए उकसाया जाता है। पाकिस्तान को सौंपे डोजियर में भारत ने कहा है कि वहां के एक संघीय मंत्री ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के मारे गए आतंकवादी बुरहान वानी की तारीफ की और सिख श्रद्धालुओं को अपने संबोधन में कहा कि भारतीय सरकार सिखों और कश्मीरियों के साथ ‘गुलाम’ की तरह व्यवहार करती है।
डोजियर में कहा गया है कि ‘धार्मिक स्थानों पर जाने वाले 1974 के द्विपक्षीय प्रोटोकॉल’ के तहत भारतीय सिख जत्था वर्ष में 4 बार पाकिस्तान के गुरुद्वारों की यात्रा करता है। द्विपक्षीय व्यवस्था के उद्देश्यों के विपरीत एवं यात्रा की भावना के खिलाफ सिख श्रद्धालुओं को लगातार भारत विरोधी प्रचार और खालिस्तान एजैंडे के लिए उकसाया जाता है। इसमें कहा गया है, दुर्भाग्य से, धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान इस तरह का दुष्प्रचार किया जाता है। ये धार्मिक कार्यक्रम पाकिस्तान के विस्थापित ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड की ओर से आयोजित किए जाते हैं और धार्मिक प्रवचन पर ध्यान केंद्रित करने की बजाय इसका इस्तेमाल खालिस्तान के एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। इस डोजियर में हाल के सालों म जत्थों के पाकिस्तान दौरे के दौरान भारत विरोधी प्रचार के बारे में भी जानकारी दी गई है।
भारत सरकार के इस डोजियर में कहा गया है कि 2016 में, गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व के दौरान पाकिस्तान के धार्मिक मामलों और सद्भाव के संघीय मंत्री सरदार स्लोहम्मद यूसुफ ने गुरुद्वारा ननकाना साहिब में मुख्य समारोह में अपने संबोधन में, बुरहान वानी की तारीफ की और आरोप लगाया कि सिखों और कश्मीरियों के साथ भारत की सरकार ‘गुलामों’ की तरह पेश आती है। करतारपुर साहिब कोरिडोर पर वाघा में संपन्न हालिया बैठक में यह डोजियर पाकिस्तान को सौंपा गया।