ब्रेकिंग
बिहार में वोटर लिस्ट समीक्षा का 94.68% काम पूरा, 7 दिन में 41 लाख फॉर्म मिलने बाकी सीओ ऋषिका सिंह ने कांवड़ियों के पैर दबाए, कहा- ड्यूटी के साथ ये मेरा फर्ज पीएम मोदी ने नीतीश के विकास कार्यों की तारीफ की, CM ने ₹7,200 करोड़ के प्रोजेक्ट्स के लिए जताया आभार कांवड़ यात्रा में कम क्यों आ रहे श्रद्धालु? पिछले साल के मुकाबले घट गई संख्या, ये है एक बड़ी वजह छप्पर पर रखी कंघी में लिपटा था सांप, बाल संवारने को लगाया हाथ तो महिला को डसा, मौत जस्टिस वर्मा ने जांच रिपोर्ट को SC में दी चुनौती, महाभियोग प्रक्रिया की सिफारिश को भी किया चैलेंज नौसेना के बेड़े में शामिल होगा INS निस्तर, दुश्मन के मंसूबों को नाकाम करेगा साइलेंट किलर सरकार से संपर्क करिए… निमिषा प्रिया को लेकर दायर नई याचिका पर बोला सुप्रीम कोर्ट दिल्ली से लेकर बेंगलुरु तक… 80 से ज्यादा स्कूलों को मिली बम की धमकी AAP नेताओं पर जांच का शिकंजा, पूर्व सीएम आतिशी ने गुजरात उपचुनाव के नतीजों से जोड़ा
देश

मानसून की दगाबाजी से सूखने लगी धान की फसल

बिलासपुर । मानसून की बेरुखी से छोटे किसान परेशान हैं, वहीं मध्यम व बड़े किसानों ने किसी तरह संसाधन जुटाकर मोटर पंप से पानी की व्यवस्था कर फसल बचाने का कार्य प्रारंभ कर दिया है। बुवाई के समय बारिश न होने से इलाके के किसान सिर पर हाथ धरे किस्मत को कोस रहे हैं। एक ओर जिन किसानों ने धान का थहरा कर दिया है, उनकी नर्सरी भी पानी के अभाव में सूखती जा रही है। किसान बारिश का इंतजार कर रहे है लेकिन बारिश नहीं हो रही है। कोरिया जिले में बारिश को लेकर मौसम विज्ञान केंद्र अजिरमा के वैज्ञानिकों की आशंकाएं डराने वाली लगती हैं।

उन्होंने क्षेत्र के किसानों को सलाह दी है कि वह धान के रोपाई अभी निचली भूमि में ही करें, जबकि अगले 48 घंटे में पूरे जिले में बारिश की संभावना न के बराबर है। यदि कुछ क्षेत्रों में बारिश होगी भी तो वह बिल्कुल हल्की-फुल्की।

सावन आ गया है किंतु अब तक बहुत से किसान धान की नर्सरी नही बो पाए हैं। इस वर्ष हालात ऐसे हैं कि बारिश के पानी से खेत भर नहीं पाए है। जमीन सूखी पड़ी है, किसान बीज खरीद कर रखे हैं लेकिन बरसात हो नही रही है। खेती 20 दिन से अधिक पिछड गई है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button