कर्नाटक के नाटक में नया ट्विस्ट, 8 विधायकों के इस्तीफे सही नहीं

बेंगलूरु: कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार ने मंगलवार को कहा कि सत्ताधारी गठबंधन के 13 में से 8 विधायकों के इस्तीफे कानूनन सही नहीं हैं। उन्होंने विधायकों को सही प्रारूप में इसे सौंपने को कहा है। कर्नाटक में एच.डी. कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जद (एस) सरकार का भविष्य 14 विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभाध्यक्ष के निर्णय पर टिका है। इन विधायकों में शिवाजी नगर के विधायक आर. रोशन बेग भी हैं, जो मंगलवार को बागियों में शामिल हो गए।
बेग को कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए हाल में ही निलंबित किया गया था। कुमार ने कहा, बेग का पत्र आज सौंपा गया, इसलिए मैंने अभी इसकी जांच नहीं की है। उन्होंने कहा कि पहले सौंपे गए इन 13 इस्तीफा पत्रों में 5 के इस्तीफा पत्र निर्धारित प्रारूप में हैं। कुमार ने अपने कक्ष में पत्रकारों से कहा कि इन 5 विधायकों में आनंद सिंह, नारायण गौड़ा, प्रताप गौड़ा पाटिल, गोपालैया और रामलिंगा रैड्डी शामिल हैं।
इन 5 विधायकों में से 3 को 12 जुलाई और 2 को 15 जुलाई को मिलने का वक्त दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जिन 14 विधायकों ने अपने इस्तीफे दिए हैं, उनमें एस.टी. सोमशेखर, मुनिरत्ना, बी.ए. बसवराज, प्रताप गौड़ा पाटिल, बी.सी. पाटिल, रमेश जरकिहोली, ए. शिवराम हेब्बर, महेश कुमातली, रामलिंगा रैड्डी, आनंद सिंह और आर. रोशन बेग (सभी कांग्रेसी) और गोपालैया, नारायण गौड़ा, अडागुर एच विश्वनाथ (सभी जद (एस) से हैं। इस बीच कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष से उसके बागी विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की मांग की और भाजपा पर उसके सदस्यों को लुभाने के लिए धनबल के इस्तेमाल का आरोप लगाया।
इससे पहले, पार्टी के एक और विधायक ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि हमने विधानसभा अध्यक्ष से यह भी अनुरोध किया कि उन्हें (बागी विधायकों को) 6 साल के लिए चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं जानी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि विधानसभा अध्यक्ष दल-बदल कानून के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई करेंगें।