ब्रेकिंग
सिवनी में रील बनाने के चक्कर में गई जान: चप्पल फिसली और खाई में बह गया युवक ममता बनर्जी कल शहीद सभा से फूकेंगी चुनावी बिगुल, भाजपा से मुकाबले की रणनीति का करेंगी ऐलान पंजाब: मोगा के इन होटलों में चल रहा था जिस्मफरोशी का धंधा, पुलिस ने मारा छापा… 18 लड़कियों को बचाया 6 राज्यों में छापे, 10 गिरफ्तार… आगरा धर्मांतरण मामले में पीड़िता के पिता ने किए चौंकाने वाले खुलासे इंडोनेशिया में यात्रियों से भरी शिप में लगी आग, जान बचाने समुद्र में कूदे लोग… VIDEO में दिखा खतरनाक... जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में मुठभेड़, सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के 2-3 आतंकियों को घेरा 2 दिन के ब्रिटेन दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी, FTA पर बनेगी बात? ये है यात्रा का एजेंडा पहले अपराध की घटनाओं को किसानों से जोड़ा, अब बिहार के ADGP ने मांगी माफी, बोले- ऐसा इरादा नहीं था एक शक ने घर कर दिया तबाह! ऑफिस जा रही पत्नी की चाकू से वारकर हत्या, फिर पति ने खुद लगा ली फांसी उत्तराखंड हेलिकॉप्टर क्रैश: केबल से टकराई थी चॉपर की ब्लेड, रिपोर्ट में सामने आई हादसे की वजह
देश

पुणे दीवार हादसा: बिल्डर की लापरवाही ने छीन ली 15 जिंदगियां

महाराष्ट्र के पुणे में शनिवार को लगातार जारी बारिश के चलते एक आवासीय परिसर की 22 फुट ऊंची दीवार के गिर जाने से कम 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हो गए। इस घटना को लेकर बिल्डर की बड़ी लापरवाही सामने आई है। स्थानीय लोगों के अनुसार करीब 5 महीने पहले ही बिल्डर को इस खतरे को लेकर आगाह किया था। लेकिन इसके बावजूद उसने कोई कार्रवाई नहीं की।
वहीं पुलिस ने इस मामले में दो आवासीय परियोजनओं के डेवलपरों, निर्माण के काम में लगे इंजीनियरों और मजदूरों के ठेकेदारों के खिलाफ गैरइरादातन हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी बिल्डरों की पहचान एल्कॉन लैंडमार्क के जगदीश प्रसाद अग्रवाल(64), सचिन अग्रवाल (34), राजेश जगदीशप्रसाद अग्रवाल(27), विवेक अग्रवाल, (21), विपुल अग्रवाल (21) और कंचन रॉयल एक्जोटिका प्रोजेक्ट के पंकज वोरा, सुरेश शाह और रश्मिकांत गांधी के रूप में की गई है। इन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैरइरादातन हत्या) और धारा 34 (सामान्य आशय) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

बता दें कि यह घटना कोंढवा में रात के 1:30 से 1:45 बजे के बीच हुई।  मृतकों में मजदूर और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं, जिनमें से अधिकांश बिहार से थे जो निर्माणाधीन आवासीय परियोजना में अस्थायी आश्रयों में रह रहे थे। अधिकारियों के अनुसार यह हादसा तब और भी भयावह हो गया जब परिसर के अंदर दीवार से सटी खड़ी कई कारें भी झोपडिय़ों पर गिर गई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button