ब्रेकिंग
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने 4 गैर-हिंदू कर्मचारियों को हटाया, कार्रवाई के पीछे दिया ये तर्क अफगानिस्तान में 4.6 तीव्रता का भूकंप, उत्तराखंड में भी डोली धरती, लोगों में दहशत ग्रेटर नोएडा: शारदा यूनिवर्सिटी में छात्रा के सुसाइड पर हंगामा, दो प्रोफेसर सस्पेंड; स्टूडेंट्स का प... जब पर्दे पर पाकिस्तानी आतंकवादी बनने वाले थे अभिषेक बच्चन, अमिताभ ने ऐसे लगाई अक्ल ठिकाने इंग्लैंड से लौट रहा टीम इंडिया का ये खिलाड़ी, निजी कारणों से खेलने से किया इनकार अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से ज्यादा अमीर है उनकी पोती, जानिए कितनी है संपत्ति भारत को 2 हफ्तों में 53000 करोड़ का नुकसान, क्यों उछल रहा इस्लामाबाद WhatsApp पर शुरू हुआ Status Ads फीचर, आपको कहां दिखेगा? शनि दोष से मुक्ति के लिए सावन के शनिवार को शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं? हफ्ते में कितने दिन बाद करना चाहिए शैंपू ? जानें स्कैल्प हेल्थ से जुड़ी जरूरी बातें
गुजरात

सीट नंबर 11A में कुछ तो बात है! 27 साल पहले भी हुआ था चमत्कार

अहमदाबाद विमान हादसे के बाद विश्वास कुमार रमेश नाम के व्यक्ति काफी चर्चा में है. क्योंकि उस विमान में सवार 242 लोगों में केवल रमेश ही ऐसे अकेले व्यक्ति है जो जीवित बच गए हैं. रमेश की सीट नंबर 11A था. इस सीट को लेकर एक रोचक जानकारी सामने आई है.

दरअसल, थाई गायक और अभिनेता जेम्स रुआंगसाक लोयचुसाक को जब यह बात पता चली कि अहमदाबाद विमान हादसा में सीट 11A पर बैठा व्यक्ति बच गया, तो उनको यह जानकर बहुत आश्चर्य हुआ. क्योंकि 27 साल पहले वह भी 11A सीट पर बैठे थे और विमान दुर्घटना में बच गए थे.

101 लोगों में अकेले जीवित बचे रुआंगसाक

रुआंगसाक दिसंबर 1998 में थाई एयरवेज की उड़ान TG 261 में सवार थे. उस समय वह विमान दक्षिणी थाईलैंड में उतरने का प्रयास कर रहा था और दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस दुर्घटना में 101 लोग मारे गए थे. वह 101 यात्रियों में से अकेले व्यक्ति थे जो जीवित बच गए थे. वह भी 11A सीट पर बैठे थे. उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना के बाद मैं इतना आहात हुआ था कि मैंने लगभग 10 साल तक कोई विमान यात्रा नहीं की.

सोशल मीडिया पोस्ट कर दी जानकारी

जब यह खबर फैली कि केवल विश्वास कुमार रमेश नाम के एक भारतीय मूल के ब्रिटिश व्यक्ति एयर इंडिया AI171 दुर्घटना में जीवित बचे और वह 11A सीट पर बैठे थे. 11A सीट का नाम सुनकर रुआंगसाक आश्चर्य हो गए. उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि भारत में विमान दुर्घटना में जीवित बचे व्यक्ति भी उसी सीट पर बैठे थे, जिस पर 27 साल पहले मैं बैठा था यानी 11A. इसके आगे उन्होंने लिखा कि इस खबर को सुनकर मेरे रोंगटे खड़े हो गए. मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जिन्होंने इस दुर्घटना में अपने परिजन को खो दिया है.

मुझे अपना समय याद आ गया

रुआंगसाक ने कहा कि जब मेरा विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, तो मैं भावनात्मक रूप से बहुत कमजोर हो गया था. उन्होंने कहा कि दूसरे देश में एक और व्यक्ति के बारे में जानना, जो उसी सीट पर एक अलग दुर्घटना में बच गया, उन यादों को एक ऐसे तरीके से वापस ले आया जिसे शायद ही कोई समझ पाए. अतीत में रुआंगसाक ने अपने अनुभव को जीवन बदलने वाला बताया था.

एक और व्यक्ति जो विमान हादसा में एकमात्र जीवित बचा

1985 में नेवादा में हुए विमान हादसे में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति जॉर्ज लैमसन जूनियर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भारत में हुए विमान हादसे की खबर ने उन्हें झकझोर कर रख दिया. उन्होंने कहा कि जो लोग इस हादसे से गुजरते हैं वह इन क्षणों को कभी नहीं भूल पाते हैं.

मोदी ने रमेश से की थी मुलाकात

विमान से नीचे गिरे रमेश गंभीर चोटों के बावजूद पास की एम्बुलेंस तक पहुंचने में कामयाब रहे. डॉक्टरों ने बताया कि वह भ्रमित थे और दर्द में थे, लेकिन उसकी हालत सामान्य थी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अस्पताल जाकर रमेश से मुलाकात की और जल्द स्वस्थ होने की कामना की.

Related Articles

Back to top button