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काशी में बोले PM मोदी- राष्ट्र सत्ता से नहीं, संस्कृति और संस्कारों से बना

वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पहुंच गए हैं। यहां पीएम ने जंगमबाड़ी मठ में दर्शन पूजन किया। इस दौरान मठ में उनका स्वागत किया गया। पूजा अर्चना के समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा भी उनके साथ मौजूद रहे।

पीएम मोदी ने कन्नड़ भाषा से की संबोधन की शुरुआत
इसके बाद पीएम मोदी ने मंच से कन्नड़ भाषा में संबोधन की शुरुआत की। मोदी ने कहा कि संस्कृति और संस्कृत की संगम स्थली में आप सभी के बीच आना, मेरा लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है। मैं आपका अंभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि वीर शैव मठ में आकर खुश हूं। संतों से मिलने का मौका में कभी नहीं छोड़ता हूं। उन्होंने कहा कि काशी की भूमि की अलग विशेषता है। बाबा विश्वनाथ के सानिध्य में, मां गंगा के आंचल में, संत वाणी का साक्षी बनने का अवसर बार-बार नहीं मिलता है। पीएम मोदी ने संबोधन में तेलुगु, कन्नड़, मराठी और हिन्दी का प्रयोग किया।

‘राष्ट्र सत्ता से नहीं, संस्कृति और संस्कारों से बना’
उन्होंने कहा कि वीरशैव परंपरा वो है, जिसमें वीर शब्द को आध्यात्म से परिभाषित किया गया है। जो विरोध की भावना से ऊपर उठ गया है वहीं वीरशैव है। यही कारण है कि समाज को बैर, विरोध और विकारों से बाहर निकालने के लिए वीरशैव परंपरा का सदैव आग्रह रहा है। भारत में राष्ट्र का ये मतलब कभी नहीं रहा कि किसने कहां जीत हासिल की, किसकी कहां हार हुई। हमारे यहां राष्ट्र सत्ता से नहीं, संस्कृति और संस्कारों से सृजित हुआ है, यहां रहने वालों के सामर्थ्य से बना है।

हमारा आचरण ही नए भारत की दिशा तय करेगा-PM
भक्ति से मुक्ति का मार्ग दिखाने वाले इस दर्शन को भावी पीढ़ी तक पहुंचना चाहिए। एक App के माध्यम से इस पवित्र ज्ञानग्रंथ का डिजिटलीकरण युवा पीढ़ी के जुड़ाव को और बल देगा, उनके जीवन की प्रेरणा बनेगा। उन्होंने कहा कि हमारा आचरण ही नए भारत की दिशा तय करेगा। मठों द्वारा दिखाए रास्ते पर चलते हुए, संतों द्वारा दिखाए रास्ते पर चलते हुए, हमें अपने जीवन के संकल्प पूरे करने हैं और राष्ट्र निर्माण में भी अपना पूरा सहयोग करते चलना है।

पीएम यहां 1200 करोड़ रूपये की विकास परियोजनाओं का शुभारम्भ करेंगे। मोदी के एक दिवसीय संक्षिप्त दौरे के मद्देनजर मंदिरों की नगरी में सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किये गये हैं। अधिकृत सूत्रों ने शनिवार को बताया कि प्रधानमंत्री बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में 430 बिस्तरों के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल समेत करीब 48 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उदघाटन करेंगे। वह पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेमोरियल सेंटर को राष्ट्र को समर्पित करेंगे जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आदर्श की 63 फिट ऊंची प्रतिमा का चंदौली जिले में अनावरण करेंगे।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय की यह प्रतिमा देश में सबसे ऊंची होगी जिसका निर्माण करने में उड़ीसा के 200 शिल्पकारों ने रात दिन मेहनत की है और एक साल के भीतर प्रतिमा का निर्माण कार्य पूरा किया गया। स्मारक केन्द्र पंडित दीनदयाल के जीवन वृतांत का सजीव वर्णन करेगा। मोदी देश की तीसरी निजी ट्रेन महाकाल एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखायेंगे। देश की पहली रात दिन चलने वाली इस ट्रेन का संचलन आईआरसीटीसी कर रही है। यह ट्रेन ज्योर्तिलिंग के तीन धार्मिक नगरों वाराणसी,उज्जैन और ओमाकारेश्वर को जोड़गी।

प्रधानमंत्री बीएचयू में 74 बिस्तरों वाले मनोरोग अस्पताल का भी अनावरण करेंगे। इसके अलावा वह पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल पर ‘ काशी एक रूप अनेक’ नामक दो दिवसीय कार्यक्रम का उदघाटन करेंगे। कार्यक्रम का मकसद उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के उत्पादों का प्रचार करना है। वह इस अवसर पर आस्ट्रेलिया,इंग्लैंड और अमेरिका समेत विभिन्न देशों से पधारे ग्राहकों और शिल्पकारों से बातचीत भी करेंगे।

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