ब्रेकिंग
सिवनी में जुए और सट्टे पर पुलिस का शिकंजा, 9 गिरफ्तार आदिवासी समुदाय के जीवनस्तर में आया बदलाव, मोदी सरकार ने 3 गुना बढ़ाया बजट; अब जल, बिजली और शिक्षा मे... ग्लोबल पीस इंडेक्स 2025ः बढ़ती जा रही अशांति, 2025 में दूसरे विश्व युद्ध से भी खराब हालात..रिपोर्ट म... मुंबई में संध्या पाठक की मौत घटना या साजिश? कॉलेज की तीसरी मंजिल से गिरी, हो गई मौत… परिवार बोला- हत... राजस्थान: एक्शन में मंत्री किरोड़ीलाल मीणा, नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्री पर मारी रेड, मचा हड़कंप एक्स-हस्बैंड संजय कपूर के अंतिम संस्कार में शामिल हुईं करिश्मा कपूर न चीन, न रूस और न तुर्किए… ईरान को बचाने आगे आए ये 3 सुपरपावर देश नीली बत्ती वाली कार पर केक काटा DSP की पत्नी ने… और पुलिस ने नाप दिया बेचारा ड्राइवर मास्टर साहब की डिग्री फर्जी, 11 साल से स्कूल में पढ़ा रहे थे; जांच में खुल गई पोल ‘एयर इंडिया की फ्लाइट में रुपए चोरी’… यात्री का गंभीर आरोप, पटना से आ रहा था दिल्ली
देश

गुजरात सरकार का बड़ा फैसला, नवरात्रि अवकाश किया रद्द

अहमदाबादः गुजरात सरकार ने स्व-वित्तपोषित स्कूलों के विरोध के बाद राजकीय और संबद्ध स्कूलों तथा कॉलेजों के लिए घोषित आठ दिवसीय नवरात्रि अवकाश बृहस्पतिवार को रद्द कर दिया। भाजपा सरकार ने पहली बार पिछले साल नवरात्रि पर छुट्टियों की घोषणा की थी।

इस साल की थी छुट्टियों की घोषणा
इस साल भी राज्य सरकार ने 30 सितंबर से सात अक्टूबर के बीच आठ दिनों की छुट्टी की घोषणा की थी। कई स्कूलों के प्रबंधन ने छुट्टियों का विरोध किया था। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को कैबिनेट बैठक में गुजरात बोर्ड के स्कूलों और कॉलेजों के लिए पहले घोषित छुट्टियों को रद्द करने का फैसला किया। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चूडसामा ने गांधीनगर में कहा कि व्यापक विचार-विमर्श के बाद और विभिन्न तबकों से मिले ज्ञापनों के मद्देनजर नवरात्रि की छुट्टियां नहीं देने का फैसला किया गया।

स्कूल प्रबंधन का तर्क
मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने बैठक की अध्यक्षता की। कई निजी स्कूलों ने यह कहते हुए आशंका जतायी थी कि इस कदम से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होगी, खासकर दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के छात्रों के लिए। यह छुट्टी सीबीएसई, आईसीएसई या अन्य बोर्ड से संबद्ध स्कूलों पर लागू नहीं थी।

गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध कई स्व-वित्तपोषित स्कूलों ने भी राज्य सरकार के आदेश की अवहेलना की थी और पिछले साल अपने अकादमिक कैलेंडर का पालन किया था। गुजरात में स्व-वित्तपोषित स्कूलों के महासंघ के अध्यक्ष दीपक राजगुरु ने मंत्रिमंडल के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह की छुट्टी की जरूरत नहीं थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button