नीतीश की प्रगति यात्रा में सिर्फ JDU कोटे के मंत्री? विपक्ष ने खड़े किए सवाल

सीएम नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा आज सोमवार से शुरू हो गई है. वे अपने सहयोगी मंत्री विजय चौधरी के साथ यात्रा पर निकले हैं. पहला दिन गांधी की धरती चंपारण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला है. आज सुबह नीतीश कुमार सीएम हाउस से सीधे पटना एयरपोर्ट पहुंचे. हवाईअड्डे पर नीतीश कुमार के स्वागत की जबरदस्त तैयारी की गई थी. जेडीयू विधायक, कार्यकर्ता हवाई अड्डा पर मौजूद थे.

जेडीयू नेताओं ने मुख्यमंत्री को गुलदस्ता देकर प्रगति यात्रा के लिए विदा किया. हालांकि, नीतीश कैबिनेट में बीजेपी कोटे के मंत्री एयरपोर्ट पर कहीं नहीं दिखे. सिर्फ और सिर्फ जेडीयू कोटे के मंत्री व पार्टी के अन्य नेता हवाई अड्डा पर मौजूद थे. बीजेपी कोटे के मंत्री नदारद थे. जबकि ये यात्रा किसी दल का नहीं बल्कि सरकारी यात्रा है, जिसपर लगभग ढाई सौ करोड़ सरकार का खर्च है. जदयू इसे राजनीतिक रूप से भी खूब प्रचारित कर रहा है.

विपक्ष बता रही अलविदा यात्रा

विपक्ष शुरू से ही इस यात्रा को नीतीश कुमार की अलविदा यात्रा बता रही है. नीतीश कुमार की इस यात्रा का औचित्य और इस पर ढाई सौ करोड़ के खर्च पर भी सवाल खड़ा कर रही है. आरजेडी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने यात्रा और इसके लिए आने वाले खर्च पर सवाल किए.

एयरपोर्ट पर सिर्फ जेडीयू कोटे के मंत्री ही आए नजर

पटना एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सिर्फ जेडीयू कोटे वाले मंत्री ही दिखे थे. विजय चौधरी तो मुख्यमंत्री के साथ-साथ हैं. एयरपोर्ट पर भी जदयू के मंत्री श्रवण कुमार, रत्नेश सदा, मदन सहनी, जयंत राज भी दिखे. हालांकि नीतीश कैबिनेट में बीजेपी कोटे के एक भी मंत्री एयरपोर्ट पर शामिल नहीं हुए. ऐसा लगा था कि नीतीश कुमार जेडीयू की यात्रा में जा रहे हों. दोनों उपमुख्यमंत्री बिहार से बाहर हैं. बिहार के सियासी गलियारे में इसकी खूब चर्चा हो रही है. राजनीतिक कयास भी लगाए जा रहे हैं.

बिहार में अगले साल के मध्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में नीतीश कुमार एक बार फिर से जनता के बीच जा रहे हैं और लोगों से बात भी कर रहे हैं. यात्रा के दौरान वो अलग-अलग क्षेत्रों की समस्याओं को भी जानने की कोशिश कर रहे हैं.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.