इन तरीकों से भी किया जा सकता है मेडिटेशन, शायद आप भी न जानते हों

 मेडिटेशन एक मानसिक अभ्यास है. इसका अभ्यास मानसिक शांति और आत्म-संयम के लिए किया जाता है. यह न केवल मानसिक स्थिति को सुधारता है, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी साबित होता है. लोगों को मेडिटेशन की प्रति जागरुक करने के लिए अब से हर साल 21 दिसंबर को वर्ल्ड मेडिटेशन डे मनाया जाएगा.

लाइफ कोच और मोटिवेशनल स्पीकर संदीप कोचर कहते हैं कि जब हंम मेडिटेशन का अभ्यास करते हैं, तो इससे तनाव कम होता है. इससे बेहतर तरीके से फोकस करने में मदद मिलती है. इसका नियमित अभ्यास करने से मन रिलैक्स रहता है. मेडिटेशन करने के फायदों के बारे में तो आप जान ही चुके होंगे. लेकिन अब आपको बताएंगे कि मेडिटेशन कितने तरह का होता है. आइए एक्सपर्ट से ही जान लेते हैं…

विपश्यना

विपश्यना एक प्राचीन बौद्ध ध्यान पद्धति है, जो आंतरिक जागरूकता पर जोर देती है. इसमें कोई इंसान सांस और मानसिक विचारों को बिना किसी निष्कर्ष पर पहुंचाए सिर्फ ऑब्सर्व करता है. इसका उद्देश्य मानसिक और शारीरिक कष्टों से मुक्ति पाना है.

योगिक मेडिटेशन

लाइफ कोच संदीप कोचर कहते हैं कियोग में ध्यान का विशेष महत्व है. योगिक मेडिटेशन शारीरिक आसनों, श्वास पर ध्यान और मानसिक एकाग्रता से संबंधित होता है. यह स्वास्थ्य, मानसिक संतुलन और आत्मज्ञान के लिए फायदेमंद होता है.इसमें विभिन्न शारीरिक मुद्राओं, प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास करना पड़ता है.

लविंग काइंडनेस मेडिटेशन

यह मेडिटेशन प्रेम और करुणा के भावों को बढ़ाने के लिए किया जाता है. इसमें व्यक्ति खुद के साथ-साथ दूसरों के लिए भी अच्छे और सकारात्मक विचारों के बारे में सोचता है.यह मानसिक शांति, दया, और सहानुभूति को बढ़ावा देने में मदद करता है. इमोश्नल हीलिंग के लिए ये मेडिटेशन काफी अच्छा है.

मंत्र से मेडिटेशन

इस मेडिटेशन में एक विशेष मंत्र का उच्चारण किया जाता है. यह मंत्र मानसिक शांति और ध्यान की गहरी अवस्था में प्रवेश करने का मार्ग होता है. इसके माध्यम से व्यक्ति अपने मानसिक भ्रम से बाहर आकर एकाग्रता की स्थिति में पहुंचता है.

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