राष्ट्र चंडिका न्यूज़, सिवनी में कोचिंग सेंटर्स नियमों को लेकर कितने बेपरवाह है इसकी बानगी है कोचिंग सेंटर के बाहर लगा ये बोर्ड। मिडास एड्युवेंचर कोचिंग के बाहर लगे बोर्ड में आठवीं से लेकर दसवीं तक के बच्चों के लिए फाउंडेशन कोर्स का जक्रि किया गया है। जेईई और नीट की तैयारी के लिए छोटे-छोटे बच्चों के लिए अलग कोर्स चलाए जा रहे हैं।
इसी साल जनवरी में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा था कि देश में कोई भी कोचिंग सेंटर 16 साल से कम उम्र के बच्चों को दाखिला नहीं देंगे। दिशानिर्देशों में नियमों का उल्लंघन करने पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाने के साथ ही कोचिंग सेंटर बंद करने की बार कही गई है। केंद्र सरकार ने कोचिंग सेंटर्स की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए इस तरह के नियम बनाए गए थे ताकि कम उम्र में बच्चों पर पढ़ाई का दबाव ना आए और साथ ही लगातार बच्चों में बाद रहे खुदकुशी के मामलों में कमी आ सके। सिवनी में ना सिर्फ कोचिंग सेंटर्स खुलेआम केंद्र सरकार के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं बल्कि जला शिक्षा अधिकारी और प्रशासन भी हाथ पर हाथ रखे बैठे हुए हैं। यही वजह है कि प्रशासन की नाक के नीचे कचहरी चौक के पास मौजूद कोचिंग ना सिर्फ 16 साल से कम उम्र के बच्चों को दाखिला दे रहा है बल्कि बोर्ड लगाकर इसका प्रचार भी कर रहा है।