शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. मध्य प्रदेश सरकार की लाडली बहना योजना के बंद होने को लेकर भ्रम फैलाने के आरोप में भोपाल में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. क्राइम ब्रांच ने धारा बीएनएस की धारा-353 ( 2) और 356(2) के तहत मामला दर्ज किया है. उनके खिलाफ ये कार्रवाई बीजेपी महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष वंदना जाचक और उपाध्यक्ष सुषमा चौहान की शिकायत पर बुधवार को हुई है.
संजय राउत ने दावा किया था कि एमपी सरकार की लाडली बहना योजना बंद कर दी गई है. यह महज राजनीतिक खेल है. उनके इस दावे के खिलाफ वंदना जाचक और सुषमा चौहान ने एफआईआर दर्ज कराई. उन्होंने कहा कि संजय राउत के दावे का मकसद मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव की छवि खराब करना है.
राउत ने लाभार्थी महिला की भावनाओं को ठेस भी पहुंचाई
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं को हर महीने 1 हजार 250 रुपये की मदद करती है. संजय राउत ने सरकार की छवि खराब करने की कोशिश करने के साथ ही लाभार्थी महिला की भावनाओं को ठेस भी पहुंचाई है. बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने यह भ्रामक बयान साजिश के तहत दिया है.
संजय राउत, मध्य प्रदेश आकर देखें: सीएम मोहन यादव
इस मामले में सीएम मोहन यादव ने बुधवार को एक पोस्ट किया. इसमें उन्होंने लिखा, संजय राउत, कृपया मध्य प्रदेश आकर देखें. जब से लाडली बहना योजना शुरू हुई, तब से राज्य की 1.29 करोड़ बहनों के खातों में हर महीने राशि भेजी जा रही है. महाराष्ट्र चुनाव में हार के डर से उद्धव ठाकरे की पार्टी बहनों को गुमराह करना चाहती है. इसका जवाब महाराष्ट्र चुनाव में बहनें देंगी.
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