महाराष्ट्र के अहमदनगर में बीजेपी विधायक नितेश राणे के खिलाफ मुस्लिम समुदाय को लेकर आपत्तिजनक बयान देने के बाद मामला दर्ज कर लिया गया है. राणे पर भड़काऊ भाषण देने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है.
नितेश राणे ने बताया क्यों दिया बयान
नितेश राणे के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, कल (1 सितंबर) को मैं अहिल्यानगर और श्रीरामपुर में था, जहां हम ने महंत रामगिरि महाराज जी के समर्थन में मोर्चा निकाला. उन्होंने कहा, रामगिरि महाराज जी ने जो बयान दिया था उसमें कुछ नया नहीं था, खुद कई मुस्लिम स्कोलर ऐसा बयान देते हैं, मैं खुद आपको 10 से ज्यादा स्कोलर की वीडियो दिखा सकता हूं.
उन्होंने कहा, लेकिन जो भी रामगिरि महाराज जी का समर्थन कर रहा है, यहां तक की को भी जो उनके बयान को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर कर रहा है उसको धमकी मिल रही है, डराया धमकाया जा रहा है.
“हम से सवाल क्यों पूछा जाता है”
नितेश राणे ने कहा, पिछले हफ्ते पुणे में रामगिरि महाराज के खिलाफ रैली निकाली गई और उसमें सर तन से जुदा के नारे लगाए गए. उन्होंने कहा कि वो इस तरह के नारे लगा सकते हैं लेकिन अगर हम हिंदू समाज के समर्थन में उन्हीं की भाषा में आजाते हैं तो फिर हम से सवाल क्यों पूछा जाता है.
हिंदू समाज को डरने की जरूरत नहीं
नितेश राणे ने कहा, देश में संविधान है, पुलिस है उनको उनका काम करने दीजिए, हिंदू समाज को क्यों डराया- धमकाया जा रहा है. उन्होंने कहा, मैंने जो कल बयान दिया वो सिर्फ एक रिएक्शन था. मैंने कहा, मैं हिंदू गब्बर सिंह हूं वो सिर्फ इसलिए कि हिंदू समाज को डरने की जरूरत नहीं है.
क्या था पूरा मामला
महाराष्ट्र में रामगिरी महाराज ने 16 अगस्त को मोहम्मद साहब के खिलाफ टिप्पणी की थी, जिसके बाद मुस्लिम समुदाय उनके बयान पर भड़क गए थे और मुस्लिम समाज के लोगों ने रामगिरि महाराज के खिलाफ रैली निकाली. नितेश राणे भी महाराज के समर्थन में आए और उन्होंने नेतृत्व में मोर्चा निकाला गया था. नितेश राणे ने मुसलमानों को खुली धमकी दी. राणे ने कहा, हमारे रामगिरी महाराज के खिलाफ अगर किसी ने कुछ कहा तो मस्जिदों में आकर चुन चुन कर मारेंगे. जिसके बाद अब उन्होंने अपने बयान को लेकर सफाई पेश की है.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.