जॉस बटलर ने निकाला तो बेन स्टोक्स ने दिया मौका, एंड्रयू फ्लिंटॉफ को इंग्लैंड टीम में मिली बड़ी जिम्मेदारी

एंड्रयू फ्लिंटॉफ अपने अपने समय में दिग्गज ऑलराउंडर थे. उन्होंने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी के दम इंग्लैंड की टीम को कई मैच जिताए थे. पिछले साल ही उन्हें इंग्लैंड की टीम के साथ जोड़ा गया था. टी20 वर्ल्ड कप 2024 के दौरान भी टीम के साथ थे. अब वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में कंसलटेंट कोच की भूमिका निभाने वाले थे. लेकिन वनडे और टी20 टीम के कप्तान जॉस बटलर ने हाल ही में फ्लिंटॉफ को बाहर का रास्ता दिखाया था. अब टेस्ट टीम के कप्तान और ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने उन्हें मौका दिया है. एंड्रयू फ्लिंटॉफ अगले हफ्ते ओवल में श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टेस्ट से पहले इंग्लैंड के बल्लेबाजों के साथ काम करने के लिए बुलाया गया है.

फ्लिंटॉफ को क्यों मिला मौका?

एंड्रयू फ्लिंटॉफ ओवल में होने वाले तीसरे टेस्ट से पहले इंग्लैंड की टीम के बल्लेबाजों की मदद करेंगे. क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, तीसरे टेस्ट के दौरान वो ब्रेंडन मैक्कुलम के स्टाफ का हिस्सा होंगे. बता उन्हें वो केवल श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए बुलाया गया है. वो फ्लिंटॉफ को टेस्ट टीम के साथ जोड़ने के पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि असिस्टेंट कोच मार्कस ट्रेस्कॉथिक दूसरे टेस्ट के बाद एक छोटे ब्रेक पर चले जाएंगे. फ्लिंटॉफ को ये जिम्मेदारी शॉर्ट टर्म के लिए दी गई है. श्रीलंका की सीरीज के बाद उनके टीम के साथ जुड़े रहने की कोई संभावना नहीं है.

ट्रेस्कॉथिक की वजह से फ्लिंटॉफ को नुकसान

हाल ही में इंग्लैंड व्हाइट बॉल के हेड कोच मैथ्यू मॉट को बाहर किया गया था. इसके बाद बटलर के कहने पर फ्लिंटॉफ को भी हटा दिया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मार्कस ट्रेस्कॉथिक की बटलर के साथ अच्छी दोस्ती है. दोनों ही खिलाड़ी समरसेट के लिए साथ भी खेले हैं.

दूसरी तरफ एंड्रयू फ्लिंटॉफ और जॉस बटलर के बीच बॉन्डिंग अच्छी नहीं थी, जिसका उन्हें नुकसान हुआ. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज में कंसलटेंट कोच की भूमिका उनसे छिन गई. वहीं ट्रेस्कॉथिक को दोस्ती का फायदा मिला और फ्लिंटॉफ की जगह उन्होंने ले ली. उन्हें व्हाइट बॉल टीम का अंतरिम कोच भी बनाया गया है. अब ऐसा बताया जा रहा है कि वो जल्द ही फुल टाइम हेड कोच भी बन सकते हैं.

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