रक्षाबंधन के दिन भाई भूलकर भी न करें राखी से जुड़ी हुई ये गलती, लगता है दोष!

प्रत्येक वर्ष सावन माह की पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का पावन पर्व मनाया जाता है. यह पर्व भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक होता है. इस दिन बहनें भाइयों की लंबी आयु और खुशहाल जीवन के लिए भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और अच्छे-बुरे समय में सदैव बहन का साथ देने का वचन देते हैं. अक्सर रक्षाबंधन के दिन बहुत से भाई पूरे जोर शोर के साथ राखी बंधवाते हैं, लेकिन एक या दो दिन बाद भी राखी को उतार कर इधर-उधर कहीं भी फेंक देते हैं.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रक्षाबंधन के एक या दो दिन बाद ही राखी उतरकर फेंकने की गलती नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना अशुभ फलदायक माना जाता है. आइए जानते हैं, रक्षाबंधन के कितने दिन बाद तक राखी को बांधे रखना चाहिए और बाद में इसका क्या करना चाहिए.

रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त (Raksha Bandhan 2024 Rakhi Bandhne Ka Shubh Muhurt)

पंचांग के अनुसार, इस वर्ष रक्षाबंधन 19 अगस्त, दिन सोमवार को मनाया जायेगा. इस बार भी रक्षाबंधन पर सुबह के समय भद्रा रहेगी. इस कारण रक्षाबंधन का त्योहार दोपहर 1 बजकर 30 मिनट के बाद मनाया जायेगा.

रक्षाबंधन अनुष्ठान का समय : दोपहर के 1 बजकर 30 से लेकर रात के 9 बजकर 6 मिनट तक.

दोपहर में राखी बांधने का शुभ समय : 1 बजकर 46 मिनट से लेकर 4 बजकर 19 मिनट तक.

शाम का शुभ मुहूर्त : शाम के 6 बजकर 56 मिनट से लेकर रात के 9 बजकर 7 मिनट तक.

राखी बंधवाते समय इस दिशा मे करें मुख

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रक्षाबंधन के दिन राखी बंधवाने के लिए भाई का पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना बहुत शुभ माना जाता है. बहन का मुख इस समय पश्चिम दिशा की ओर होना शुभ रहता है. राखी बांधने से पहले भाई को रोली या चंदन से तिलक करना चाहिए और तिलक के बाद मस्तक पर अक्षत लगाने चाहिए. इसके बाद ही राखी बांधनी चाहिए.

रक्षाबंधन के बाद कितने दिन तक बांधकर रखनी चाहिए राखी?

रक्षाबंधन के बाद एक या दो दिन में ही राखी उतारकर नहीं फेंकना चाहिए, बल्कि इसे कम से कम 21 दिनों तक बांधकर रखना चाहिए. अगर इतने दिन तक भी राखी नहीं बांध सकते हैं तो इसको कम से कम श्रीकृष्ण जन्माष्टमी तक तो बांधकर रखनी ही चाहिए.

राखी उतारने के बाद उसका क्या करें?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राखी उतारने के बाद उसको लाल रंग के कपड़े में लपेटकर किसी पवित्र स्थल या बहन से जुड़ी चीजों के साथ रखें. अगली रक्षाबंधन तक इसे रखे रहें बाद में इसको जल में प्रवाहित कर दें. अगर राखी खंडित हो जाती है या टूट जाती है तो इसको किसी पेड़ की जड़ के पास एक रुपए के सिक्के के साथ दबा दें या जल में प्रवाहित करें.

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