उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में मात्र चंद रुपयों को लेकर एक दोस्त ने दोस्त की हत्या कर दी. वारदात को अंजाम देने के बाद उसकी लाश को झाड़ियों में फेंक दिया. पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए आरोपी दोस्त को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही हत्या की वजहों का भी खुलासा भी किया. पुलिस ने आरोपी दोस्त की गिफ्तारी के बाद उसे जेल भेज दिया.
मल्लावां थाना क्षेत्र में राघौपुर से मटियामऊ जाने वाली सड़क के किनारे झाड़ियों में 5 अगस्त को एक अज्ञात शव पाया गया था. मृतक की पहचान भईयालाल पुत्र राम रतन निवासी भेलावा के रूप में हुई थी. मृतक के गले में गमछा कसा हुआ पाया गया था. मामले में नामजद आरोपी बबलू पुत्र रामचंद्र कठेरिया निवासी ध्यानीखेड़ा की तलाश में पुलिस जुटी हुई थी.
कड़ी मशक्कत के बाद बुधवार को पुलिस ने आरोपी बबलू को गिरफ्तार करने में सफलता पाई. पूछताछ में आरोपी ने हत्या की वजह बताई. आरोपी ने बताया कि एक साइकिल की खरीद के लेन-देन की वजह से उसने अपने ही दोस्त भईयालाल की हत्या कर दी थी.
1200 के लेन-देन को लेकर दोस्त बना दरिंदा
आरोपी बबलू ने बताया कि भईयालाल और उसकी बहुत अच्छी दोस्ती थी. वह दोनों एक साथ काफी समय व्यतीत किया करते थे. भईयालाल के पास में एक पुरानी साइकिल थी, जिसे वह बेचना चाहता था. दोनों के बीच में साइकिल खरीदने के लिए ₹1200 की डील फाइनल हुई थी. उसने भईयालाल को रुपए भी दे दिए थे, लेकिन फिर भी भईयालाल न उसे साइकिल दे रहा था और न ही उसके पैसे वापस कर रहा था.
वह ₹1200 के कारण वर्षों पुरानी दोस्ती को भी भूल गया था. इस वजह से उसके बीच में कहासुनी भी हुई थी. दोस्ती में पैसे को लेकर भईयालाल के द्वारा दिए गए धोखे के कारण व काफी परेशान था. इसी के कारण उसने भईयालाल की गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी थी और लाश को झाड़ियों में फेंक दिया था.
SP नीरज जादौन ने दी घटना की जानकारी
SP नीरज जादौन ने बताया कि सड़क के किनारे झाड़ियों में एक शव पाया गया था. शिनाख्त करने पर शव की पहचान कर ली गई थी. शव के पास मिले सबूत और परिवार के द्वारा दी गई नामजद तहरीर में आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ के दौरान पैसे के लेन-देन और साइकिल की बिक्री की बात सामने आई.
आरोपी के द्वारा पैसा देने के बावजूद भी मृतक भईयालाल के द्वारा उसे साइकिल नहीं दी गई थी. इसी के चलते आरोपी ने भईयालाल की हत्या कर दी. मामले का खुलासा करने के बाद में आरोपी को जेल भेजने की कार्यवाही की गई.
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