भारतीय स्टेट बैंक (SBI) देश का सबसे बड़ा बैंक है. इसने चालू वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में कमाल करके दिखाया है. बैंक ने शनिवार को जब अपने तिमाही परिणामों की जानकारी शेयर बाजार को भेजी, तो आंकड़े काफी उत्साहजनक देखने को मिले. अप्रैल-जून में बैंक का स्टैंडलोन प्रॉफिट यानी सिर्फ बैंक का ही नेट प्रॉफिट 17,000 करोड़ रुपए से अधिक रहा है.
एसबीआई ने अप्रैल-जून तिमाही में 17,035 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट कमाया है. जबकि बीते वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 16,884 करोड़ रुपए रहा था. इस दौरान बैंक की इनकम भी जबरदस्त तरीके से बढ़ी है.
इन सब तरीकों से आया पैसा
एसबीआई ने शनिवार को शेयर बाजार को जानकारी दी कि उसकी कुल आमदनी जून तिमाही में बढ़कर 1,22,688 करोड़ रुपए हो गई है. ये बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,08,039 करोड़ रुपए थी. बैंक की सिर्फ ब्याज से आमदनी बढ़कर 1,11,526 करोड़ रुपए रही है. जबकि पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही में ये 95,975 करोड़ रुपए थी.
घट गया SBI का एनपीए
एसबीआई ने अपने रिजल्ट्स में बैंक के एनपीए की जानकारी भी दी है. बैंक का ग्रॉस एनपीए ( नॉन-परफॉर्मिंग एसेट) उसके द्वारा बांटे गए कुल ऋण का महज 2.21 प्रतिशत रह गया है. जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में ये 2.76 प्रतिशत था. वहीं बैंक का नेट एनपीए जून 2024 की तिमाही में घटकर 0.57 प्रतिशत रह गया, जो एक साल पहले 0.71 प्रतिशत था.
टोटल प्रॉफिट भी रहा जबरदस्त
एसबीआई के बैंकिंग कामकाज के अलावा भी कई और काम हैं. जैसे सिक्योरिटीज बिजनेस या कार्ड्स बिजनेस. इन सभी को मिलाकर एसबीआई का कंसोलिडेटेड प्रॉफिट अप्रैल-जून तिमाही में 19,325 करोड़ रुपए रहा है. ये इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 18,537 करोड़ रुपए था. जबकि कंसोलिडेटेड बेसिस पर बैंक की जून तिमाही में इनकम बढ़कर 1,52,125 करोड़ रुपए हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 1,32,333 करोड़ रुपए थी.
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